समाजवादी पार्टी के पूर्व नेता अमर सिंह ने उद्योगपतियों और नेताओं के बीच रिश्ते को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तंज को जायज बताया है. अमर सिंह ने कहा, 'पीएम मोदी ने उद्योगपतियों को लेकर जो बात कही है, वह बिल्कुल ठीक कही है. मोदी जो काम करते हैं खुलकर करते हैं. दूसरों की तरह नहीं जिन्हें उद्योगपतियों से समर्थन तो चाहिए, लेकिन अंधेरों में और लोगों को पता ना चले.'
पूर्व सपा नेता ने कहा, 'मुलायम सिंह को अमर सिंह से मिलना जरूरी है, लेकिन वह अंधेरे में मिलेंगे क्योंकि, अगर उजाले में मिलेंगे तो रामगोपाल और उनके पुत्र अखिलेश नाराज हो जाएंगे. राजनीति में ऐसा नहीं चलता.' अमर सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री का बयान आज की राजनीति पर फिट बैठता है कि उद्योगपतियों के साथ फोटो खिंचवाने में लोगों को तकलीफ है, लेकिन घरों में दंडवत करने में नहीं.
भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने के सवाल पर अमर सिंह ने साफ कर दिया कि इसका फैसला अमित शाह को करना है. उन्होंने कहा, 'मैं बीजेपी में जाऊंगा या नहीं यह अमित शाह तय करेंगे या मैं करूंगा. यह कोई और नहीं तय करेगा. मैं बीजेपी में जाऊं या नहीं जाऊं, लेकिन मैं मोदी का प्रशंसक हूं और रहूंगा.'
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी ने 'सूट-बूटवाली सरकार' के आरोप पर विपक्ष को आड़े हाथों लिया. उत्तर प्रदेश को मिले निवेश से तैयार की गई योजनाओं का शिलान्यास करने पहुंचे पीएम ने उद्योगपतियों के सम्मान को जरूरी बताया है. उन्होंने कहा, 'हम उन लोगों में से नहीं हैं जो उद्योगपतियों के बगल में खड़े रहने से डरते हों. कुछ लोगों को आपने देखा होगा, उनकी किसी उद्योगपति के साथ तस्वीर नहीं पाएंगे, लेकिन देश का एक भी उद्योगपति ऐसा नहीं होगा जिसके घर जाकर उन्होंने साष्टांग दंडवत न किया हो.' कार्यक्रम में मौजूद पूर्व समाजवादी पार्टी नेता अमर सिंह की ओर मंच से ही इशारा करते हुए पीएम ने चुटकी लेते हुए कहा, 'अमर सिंह उनकी सारी हिस्ट्री निकाल देंगे.'