राजनीति में कब कौन साथी बन जाए और कब दुश्मन, इसका अनुमान लगा पाना बेहद ही मुश्किल है.
अब समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव को ही ले लीजिए. कल तक भारतीय जनता पार्टी के साथ आने के सवालों को एक सिरे से खारिज करने वाले मुलायम ने अब मुख्य विपक्षी पार्टी के प्रति अपना रुख कुछ हद तक नरम कर लिया है.मुलायम सिंह यादव ने बुधवार को लोकसभा में ऐसा बयान दे दिया जिसपर राजनीतिक पंडित भी चौंक गए हैं.
मुलायम सिंह यादव ने कहा, 'बीजेपी अगर कश्मीर और मुस्लिम पर अपनी नीति ले तो हमारी और बीजेपी के बीच की दूरी कम हो जाएगी. मुलायम ने साथ में यह भी कहा कि मुझे खुशी है कि वो बदल रहे हैं.'
मुलायम सिंह ने अपनी बातों पर एक बार फिर जोर देते हुए कहा, 'मैं फिर कह रहा हूं और इस सदन में कह रहा हूं कि बीजेपी अपनी नीति बदल रही.'
राजनाथ सिंह ने इसके जवाब में कहा कि हमारे और आपके बीच दूरी कहां है. अगली बार आप निश्चित तौर पर हमारे साथ होंगे.
मुलायम ने कहा कि देशभक्ति, सीमा सुरक्षा और भाषा के मामले में उनकी पार्टी और भाजपा की एक नीति है.
अगर मुलायम सिंह यादव के इस बयान पर गौर किया जाए तो आने वाले समय के राजनीतिक समीकरण का अनुमान लगाया जा सकता है.