दिल्ली एयरपोर्ट पर दिव्यांग विराली मोदी ने केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) पर बदसलूकी का आरोप लगाया है. विराली का आरोप है कि जांच के नाम पर सीआईएसएफ जवानों ने उन्हें परेशान किया. 13 साल से पैरालाइज विराली ने पिछले साल मुंबई एयरपोर्ट पर भी जांच के नाम सीआईएसएफ जवानों पर बदसलूकी का आरोप लगाया था.
विराली मोदी का आरोप है कि सोमवार को जब वह दिल्ली के टर्मिनल-3 एयरपोर्ट पर पहुंची तो फाइनल जांच के नाम पर उनके साथ सीआईएसएफ जवानों ने बदसलूकी की. बार-बार महिला जवान ने उनसे खड़े होने के लिए कहा, जबकि उन्होंने (विराली) सुरक्षाकर्मियों को कहा कि मैं व्हीलचेयर से उठ नहीं सकती हूं.
विराली का कहना है कि इस दौरान एक महिला जवान ने कहा कि आप ड्रामा कर रही हैं. इसके बाद सीआईएसएफ की महिला जवान ने उनकी (विराली) जांच करने से ही मना कर दिया. विराली का आरोप है कि महिला सुरक्षाकर्मी की वर्दी पर नेम प्लेट भी नहीं लगी थी. नाम पूछने पर नहीं बताया. बाद में अधिकारियों ने मैनुअली चेकिंग करके भेजा.
विराली ने कहा कि मैंने उन्हें (सीआईएसएफ) यह स्पष्ट करने के लिए अपना पासपोर्ट दिखाया कि मैं कई देशों की यात्रा कर चुकी हूं और मैं एक अमेरिकी नागरिक हूं. मेरे साथ मौजूद कर्मचारी ने उन्हें (सीआईएसएफ) बताया कि मेरे व्हीलचेयर की जांच की गई थी, लेकिन सुनने से इनकार कर दिया.
मुंबई पहुंचने के बाद विराली मोदी ने सीआईएसएफ अधिकारियों को एक मेल भी लिखा. सीआईएसएफ के अधिकारी ने विराली मोदी से बात भी की. हालांकि, स्पष्ट नहीं है कि आरोपी जवान के खिलाफ कोई कार्रवाई की जाएगी या नहीं.
पिछले साल नवंबर में भी मुंबई एयरपोर्ट पर सिक्योरिटी चेक के दौरान व्हील चेअर पर बैठीं दिव्यांग विराली मोदी को सीआईएसएफ जवानों ने खड़ा होने के लिए कहा था. इस दौरान विराली ने सीआईएसएफ जवानों पर बदसलूकी का आरोप लगाया था.