मुंबई हमले की 10वीं बरसी के मौके पर अमेरिका की ओर से पाकिस्तान को कड़ी फटकार लगाई गई है. अमेरिका पाकिस्तान को यह समझाने के लिए हरसंभव तरीके आजमाने पर विचार कर रहा है कि आतंकवादी समूहों के खिलाफ कार्रवाई करना उसके अपने हित में है.
इसके अलावा अमेरिका के कई एक्सपर्ट का मानना है कि अगर पाकिस्तान की ओर से भारत में 26/11 जैसा कोई हमला होता है तो दोनों देशों के बीच में युद्ध छिड़ सकता है.
अमेरिकी सरकार के अफसर ने बताया, ‘‘तमाम बहसों का केंद्र पाकिस्तान को आतंकवाद प्रायोजक देश घोषित करना नहीं है. चर्चाएं इसलिए हैं कि पाकिस्तान को यह समझाने के लिए अन्य तरीकों का इस्तेमाल कैसे किया जाए कि आतंकवादी समूहों पर कार्रवाई करना उसके अपने हित में है.’’
समाचार एजेंसी भाषा के अनुसार, अधिकारी ने कहा कि यह विकल्प पाकिस्तान को चुनना है कि वह आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई में सहयोग करे और अमेरिका और बाकी दुनिया के साथ घनिष्ठ संबंधों का लाभ उठाए या अपना रवैया नहीं बदलने पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अलगाव का सामना करे.’’
बीते हफ्ते फॉक्स न्यूज को दिए इंटरव्यू में, ट्विटर पर और व्हाइट हाउस में संवाददाता सम्मेलन में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने पाकिस्तान पर आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई के मामले में अमेरिका के लिए कुछ नहीं करने का आरोप लगाया था.