देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में मीट बैन को लेकर रार बढ़ रही है. शिवसेना ने जहां इसका विरोध करते हुए जैन समाज को दोषी ठहराया है, वहीं बंबई मटन डीलर एसोसिएशन ने प्रतिबंध को हाई कोर्ट में चुनौती दी है. मामले में गुरुवार को सुनवाई होनी थी, लेकिन अब शुक्रवार को सुनवाई होगी.
गौरतलब है कि जैन समाज के पर्युषण त्योहार के मद्देनजर बीएमसी ने चार दिन के लिए मीट की बिक्री पर प्रतिबंध लगाया है. दूसरी ओर, एसोसिएशन की ओर से हाई कोर्ट में दायर याचिका पर गुरुवार को सुनवाई होनी थी, लेकिन अब यह शुक्रवार को होगी. याचिकाकर्ता ने इस प्रतिबंध को असंवैधानिक करार दिया है.
याचिकाकर्ता का कहना है कि प्रतिबंध का यह फैसला समाज के एक छोटे हिस्से को ध्यान में रखकर लिया गया है, जो असंवैधानिक है और धर्मनिरपेक्षता के खिलाफ है. उनका आरोप है कि बीएमसी के इस निर्णय का जैन समाज की भावनाओं से कोई लेना देना है, बल्कि यह तो सीधे तौर पर मांसाहार खाने वाले लोगों के बीच इसकी खपत को नियंत्रित करने के लिए लिया गया है.
याचिका में बीएमसी द्वारा बिना किसी पूर्व सूचना के प्रतिबंध लगाए जाने पर भी सवाल उठाया गया है.