भारत की व्यावसायिक राजधानी मुंबई बुधवार रात आतंकवादी हमलों से दहल उठी. इन हमलों में 125 लोगों की मौत हो गई और करीब 325 लोग घायल हो गए. पुलिस ने इन धमाकों को आतंकी घटना करार दिया है.
मुंबई में हुए इन धमाकों की जिम्मेदारी हैदराबाद के डेक्कन मुजाहिद्दीन ने ली है. हालांकि जानकारों का कहना है कि इस घटना के पीछे लश्कर-ए-तैयबा का हाथ हो सकता है. बुधवार की रात एक साथ कई जगहों पर हुए इन आतंकी हमलों में आतंकवादियों ने कई बम विस्फोट किए गोलीबारी की है.
पुलिस ने कहा है कि सुनियोजित ढंग से इन हमलों को अंजाम दिया गया है. अधिकारियों ने बताया कि इन आतंकवादियों ने कई लोगों को बंधक भी बना लिया है. सुबह तड़के सेना ने सभी बंधकों को छुड़ाने में सफलता प्राप्त कर ली. इस मुठभेडों में आतंक निरोधी दस्ते (एटीएस) के प्रमुख हेमंत करकरे के अलावा डीजीपी अशोक काम्टे एटीएस के एनकाउंटर स्पेशलिस्ट विजय सालस्कर शहीद हो गए.
मुंबई की ऐतिहासिक ताज होटल के ऊपरी मंजिल पर स्थित गुंबद को आतंकवादियों ने ग्रेनेड से उड़ा दिया. महाराष्ट्र के गृहमंत्री आरआर पाटिल के अनुसार दो आतंकवादियों को मुठभेड़ में मारा दिया गया है और नौ अन्य दहशतगर्दों को गिरफ़्तार किया गया है. केंद्र की ओर से दो सौ एनएसजी कमांडो और सेना के 50 कमांडो को मुंबई भेजा गया है.
मुंबई पुलिस ने इसे 'सुनियोजित आतंकवादी हमला' बताया है. जिन अभिजात्य ठिकानों को निशाना बनाया गया है उनमें मुंबई का ऐतिहासिक पाँच सितारा होटल ताज, होटल ऑबरॉय, मुंबई का मुख्य रेलवे स्टेशन छत्रपति शिवाजी टर्मिनस (सीएसटी) और कामा अस्पताल शामिल है. प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि हमलावरों ने हथगोलों और एके-47 जैसी स्वचलित बंदूकों का इस्तेमाल कर रहे हैं.
कई इलाक़ों को भारी पुलिस बल ने घेर रखा है और टेलीविज़न पर दिखाई गई तस्वीरों में पुलिस अधिकारियों को सड़क पर हाथ में रिवॉल्वर और बंदूक लिए गाड़ियों की तलाशी लेते हुए दिखाई पड़े.
विस्फोट से ओबरॉय होटल की लॉबी और कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए दिखाई पड़ रहे थे. एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि रात नौ बजकर पचास मिनट पर दो युवकों ने छत्रपति शिवाजी टर्मिनस के भीतर दो बम विस्फोट किए. उनका कहना है कि इसके बाद वहाँ धुँआ फैल गया और फिर वे ऑटोमेटिक बंदूक से गोलियाँ चलाने लगे. जबकि मँझगाँव में एक अन्य प्रत्यक्षदर्शी ने एक टैक्सी में विस्फोट होता देखा और बताया कि टैक्सी में सवार सभी तीन सवारों की मौत हो गई. उनका कहना है कि आसपास कई लोग इस विस्फोट से घायल हो गए.
केंद्रीय शिवराज पाटिल ने बताया कि केंद्र सरकार ने 200 एनएसजी कमांडो को मुंबई पुलिस की सहायता के लिए रवाना किया गया है. उन्होंने बताया कि इसके अलावा महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने इस सहायता की माँग पर सेना के 50 कमांडो और सेना की पाँच टुकड़ियाँ वहाँ रवाना की गई हैं.
गृहमंत्री का कहना था कि महाराष्ट्र पुलिस महानिदेशक से लेकर मुंबई के पुलिस कमिश्नर तक सभी छोटे बड़े अधिकारी घटनास्थल पर हैं और कार्रवाई का दिशा निर्देशन कर रहे हैं. उनका कहना था कि पुलिस कमिश्नर से मिली जानकारी के अनुसार कई जगह आतंकवादी घुसे हुए हैं और उनके पास अत्याधुनिक हथियार हैं.