आजतक के खास आयोजन मुंबई मंथन 2018 के सत्र 'चार साल-कितना कमाल' में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने साफ कहा कि राज्य में बीजेपी और शिवसेना पूरी तरह से साथ हैं और अगर दोनों पार्टियों के बीच रिश्तों में कोई गड़बड़ी होती तो वो पिछले 4 साल से इस तरह सरकार नहीं चला पा रहे होते.
फडणवीस ने कहा कि बीजेपी-शिवसेना लोकसभा का चुनाव साथ ही लड़ेंगे. अगर हम साथ नहीं होते तो सरकार ही नहीं चलती. कोई भी अपने घर को आग लगाकर मजा नहीं लेता. शिवसेना की अपनी राजनैतिक मजबूरी हैं ,लेकिन जो लोग राजनीति समझते हैं वो जानते हैं कि इन दोनों पार्टियों को साथ-साथ चुनाव लड़ना पड़ेगा. मीडिया में क्या आता है और कौन क्या लिखता है ये छोड़ दीजिए, लेकिन बीजेपी और शिवसेना साथ चुनाव लड़ेगी.
फडणवीस ने कहा कि दशहरे के मौके पर उद्धव ठाकरे ने भाषण दिया. उनका पूरा भाषण हिंदुत्व पर था. हिंदुत्व पर तो देश में हमारी पार्टी ही चलती है. तो वो हमारे पास ही आएंगे. ये कोई फिक्सिंग या सियासी मजबूरी की बात नहीं है लेकिन आज के राजनीतिक हालात ऐसे हैं कि दोनों पार्टियों को साथ आना ही पड़ेगा.
फडणवीस ने उद्धव के राम मंदिर क संकल्प का भी स्वागत करते हुए कहा कि उद्धव ठाकरे या शिवसेना अगर राम मंदिर के लिए आगे आती है तो ये अच्छी बात है. पहले हम राम मंदिर के लिए लड़ रहे थे, अब वो भी हमारे साथ आ रहे हैं तो इसका स्वागत है. दोनों पार्टियों के बीच के गठबंधन में कोई दिक्कत नहीं है और जो लोग प्रदेश की राजनीति को समझते हैं वो ये जानते हैं.
फडणवीस ने इस मौके पर कांग्रेस और एनसीपी पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि इन दोनों पार्टियां का प्रदेश में कोई अस्तित्व ही नहीं है तो ये कैसे किसी के लिए खतरा होंगी. विधानसभा चुनाव के बाद राज्य में स्थानीय निकायों, पंचायतों आदि के जो भी चुनाव हुए हैं उसमें हम जीते हैं. यानी जनता हमारे और मोदी जी के साथ है