महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना यानी एमएनएस की गुंडागर्दी एक फिर से मुंबई की सड़कों पर खुलेआम दिखी. मुंबई के कालबादेवी इलाके में पानी चोरी करने के आरोप में राज ठाकरे के कार्यकर्ताओं ने लोगों की जमकर धुनाई की और हंगामा किया.
इनका आरोप है कि ये लोग फायर ब्रिगेड के लिए लगाई गई बीएमसी की पाइप लाइन से पानी की चोरी कर रहे थे. लेकिन सवाल उठता है कि कानून को हाथ में लेने का हक इन्हें किसने दिया.
अगर यह मान भी लिया जाए कि जिन लोगों की एमएनएस कार्यकर्ताओं ने पिटाई की उन्होंने पानी की चोरी की है तो भी राज ठाकरे के इन कार्यकर्ताओं को किसने हक दिया है लोगों पर यूं हाथ उठाने का. हैरानी इस बात की है कि अपनी खोखली दादागीरी को कैमरे के सामने पेश करने में इन्हें कानून तक का डर नहीं.
हम राज ठाकरे से सवाल ये पूछते हैं कि क्या आपने मुंबई में पानी चोरी की शिकायत प्रशासन से की है. क्या आपने लोगों से इस मामले में कोई बातचीत की है. अगर नहीं तो फिर कानून को हाथ में लेने का अधिकार आपको किसने दिया है.
कुछ दिनों पहले ही शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने भी पानी चोरी करती हुई एक महिला पर यूं ही अपनी गुंडागर्दी दिखाई थी. कहीं शिवसेना अपनी इस मामले में आगे न निकल जाए इसलिए तो एमएनएस ने यह हथकंडा नहीं अपनाया.