मुंबई में पूर्वी तट के बुचर द्वीप पर स्थित मुंबई पोर्ट ट्रस्ट (एमबीपीटी) के एक ईंधन टैंक फार्म में लगी आग को बुझाने के प्रयास अभी जारी हैं. आपको बता दें कि शुक्रवार शाम को इस ईंधन टैंक फार्म के एक टैंक में आग लग गई थी. सीनियर अधिकारी के अनुसार अग्निशमन अधिकारी ने बताया कि ईंधन टैंक फार्म में लगी आग पर काबू पा लिया गया था, लेकिन ‘अत्यधिक गर्मी’ के कारण टैंक में शनिवार सुबह साढ़े चार बजे के करीब फिर आग लग गई. घटना शुक्रवार शाम 5 बजे की है, जहां टैंकर पर बिजली गिर जाने से आग लग गई.
दमकल विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यहां कहा कि शुक्रवार शाम इस ईंधन टैंक फार्म के एक टैंक में आग लग गयी थी. अधिकारियों के अनुसार यह आग शाम पांच बजे उस समय लगी थी, जब मुंबई और आसपास के इलाके में बारिश हो रही थी. हालांकि इस घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है.
मुंबई अग्निशमन विभाग के प्रमुख पी एस रहांगडाले ने बताया, ‘‘अत्यधिक गर्मी के कारण टैंक में आज सुबह साढ़े चार बजे फिर आग लग गयी थी. अग्निशमन कर्मी आग बुझाने के साथ ही इलाके को ठंडा करने का प्रयास कर रहे हैं और इसके लिए फोम और आग बुझाने वाली अन्य चीजों का इस्तेमाल किया जा रहा है.’’ आग की लपटें इतनी तेज हैं कि उन्हें 8 किलोमीटर दूर गेटवे ऑफ इंडिया से भी देखा जा सकता है.
रहांगडाले के मुताबिक, अग्निशमनकर्मी पूरी रात आग बुझाने के काम में लगे रहे और अब उन्हें राहत दी गयी है और इस काम में नए कर्मचारियों को लगाया गया है. आपको बता दें कि बूचर द्वीप पर ऑयल टैंकर्स कच्चा तेल पहुंचाते हैं और यहां से वो पाइपलाइन्स की मदद से रिफानइरीस तक पहुंचता है. एमबीपीटी अधिकारियों के लिए आग को जल्द से जल्द बुझाना बेहद जरूरी है, क्योंकि पोर्ट 1.79 लाख किलोलीटर ऑयल रखता है ऐसे में ये हादसा और भी भीषण हो सकता है.
रहांगडाले के मुताबिक, ‘‘मुंबई अग्निशमनकर्मियों और मुंबई पोर्ट ट्रस्ट (एमबीपीटी) के फायर फाइटर्स के बीच अच्छा सामंजस्य रहा. अग्निशमन कर्मी टैंक के 10 फुट की दूरी तक पहुंच गये थे, लेकिन टैंक में आग के फिर से भड़कने के कारण सुबह हमारे सामने एक नयी चुनौती आ गयी. आग पर काबू पा लिया गया है.’’
उन्होंने बताया, ‘‘मैं इस पूरे अभियान की निगरानी कर रहा हूं, क्योंकि गर्मी के कारण आग बुझाने के काम में इस्तेमाल होने वाला फोम ठीक से व्यवस्थित नहीं हो रहा है, इसकी वजह से आग फिर से भड़क जा रही है. लेकिन कुल मिलाकर स्थिति नियंत्रण में है.’’ रहांगडाले ने यह स्पष्ट नहीं किया कि यह अभियान अभी और कितनी देर तक चलेगा.
उन्होंने कहा, ‘‘हमारी मुख्य चुनौती दूसरे टैंकों को आग से सुरक्षित रखना है. इसलिए एक ओर हमारे अग्निशमन कर्मी अन्य टैंकों को सुरक्षित रखने के लिए ठंडा करने के काम में जुटे हैं, तो दूसरी ओर वह आग बुझाने के काम में भी लगे हैं.’’