एंटी करप्शन ब्यूरो ने पिछले एक महीने में मुंबई पुलिस के कई अफसरों को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार करके मुंबई पुलिस के महकमे में खलबली मचा दी है. इसका असर ये हुआ कि पुलिस कमिश्नर राकेश मरिया ने अपने सभी अफसरों को इस मामले को गंभीरता से लेने और अपने डिपार्टमेंट में इस तरह के अफसरों पर नजर रखने का आदेश दिया है.
हाई टेक पुलिस में शुमार की जाने वाली मुंबई पुलिस के लिए इस साल एक बुरी खबर सामने आई है. हमेशा अपराधियों को गिरफ्तार करने वाली मुंबई पुलिस के अफसर इस साल रिश्वत लेने के मामले में गिरफ्तार होने वालो की लिस्ट में टॉप पोजीशन पर हैं, जिसने हाई टेक समझी जाने वाली मुंबई पुलिस की पोल को खोल कर रख दिया है. एंटी करप्शन ब्यूरो ने इस साल अभी तक रिश्वत लेने के मामले में कई पुलिस अफसरों को गिरफ्तार किया है.
पिछले कुछ दिनों में मुंबई के पवई पुलिस स्टेशन के असिस्टेंट पुलिस इंस्पेक्टर सोपन चौधरी, आर्थर रोड जेल के सुपरिटेंडेंट वासुदेव वर्खुले, डिंडोशी पुलिस स्टेशन के सीनियर पुलिस इंस्पेक्टर जयवंत माने को एक आरोपी से मामले को दबाने के एवज में 4.90 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया है.
सूत्रों के मुताबिक इन तमाम मामलों को गंभीरता से लेते हुए पुलिस कमिश्नर राकेश मरिया ने अपने अफसरों को ऐसे करप्ट अफसरों की गतिविधियों पर ध्यान देने को कहा है. उन्होंने ये आदेश भी दिया कि अगर कोई सीनियर इंस्पेक्टर, इंस्पेक्टर या फिर उसके नीचे का कोई पुलिस कर्मचारी रिश्वत लेते हुए पकड़ा जाता है तो उस कर्मचारी के साथ-साथ एडिशनल कमिश्नर को भी इसका जवाब देना पड़ेगा. जब आज तक ने पुलिस के अधिकारियों से इस मामले पर बात करने की कोशिश की तो उन्होंने कुछ भी बोलने से मना कर दिया. लेकिन सूत्रों की माने तो पुलिस कमिश्नर राकेश मरिया ऐसे मामलो से निपटने के उपायों पर विचार कर रहे हैं.
मुंबई पुलिस में इस तरह से बढ़ रही रिश्वत लेने के प्रवृत्ति पर पूर्व पुलिस अधिकारी चिंता जाता रहे हैं और राकेश मरिया द्वारा उठाए गए कदम को सही बता रहे हैं हालांकि उनका कहना है कि इस कदम से आंशिक रूप से ही असर होगा. पुलिस कमिश्नर राकेश मारिया द्वारा उठाये गए कदम पर पूर्व पुलिस अधिकारी वाई.पी. सिंह का कहना है ‘मरिया द्वारा उठाया गया कदम आंशिक रूप से सही है लेकिन इस प्रवृत्ति को खत्म करने के लिए अफसरों की जवाबदेही को तय करनी होगी.’