मुंबई की विशेष पीएमएलए कोर्ट ने विवादित इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया है. हालांकि उनके वकील तारक ने दो महीने का समय मांगा था लेकिन अदालत ने उसे खारिज कर दिया. जिसके बाद ये वारंट जारी किया गया है.
उधर, जाकिर नाइक के प्रत्यर्पण को लेकर मलेशिया के प्रधानमंत्री महाथिर बिन मोहम्मद ने एक बार फिर बयान दिया है. महाथिर बिन मोहम्मद ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जाकिर नाइक के प्रत्यर्पण को लेकर कभी कोई बात नहीं की. हालांकि भारत ने कहा कि जाकिर नाइक के प्रत्यर्पण के लिए जनवरी में मलेशिया सरकार से आग्रह किया गया था.
इससे पहले मंगलवार को भी मलेशिया के प्रधानमंत्री महाथिर बिन मोहम्मद ने यही बात कही थी, जिसके जवाब में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा था कि इस महीने रूस में मलेशिया के पीएम महाथिर बिन मोहम्मद और पीएम मोदी की मुलाकात हुई थी. इस दौरान दोनों नेताओं के बीच जाकिर नाइक के मुद्दे पर चर्चा हुई थी और प्रत्यर्पण का मुद्दा उठाया गया था.
साल 2016 में जाकिर नाइक भारत से भागकर मलेशिया आ गया था. वहां की सरकार ने उसे स्थायी तौर पर देश में रहने की इजाजत दी थी. जाकिर नाइक भारत में वॉन्टेड है और उस पर मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज है. इसके अलावा उस पर नफरत फैलाने और आतंकी गतिविधियों में शामिल रहने जैसे संगीन आरोप भी हैं.