मुंबई के परेल में फुटओवर ब्रिज पर भगदड़ की घटना के बाद रेल मंत्रालय हरकत में आ गया है. शनिवार को रेलमंत्री पीयूष गोयल की अगुवाई में रेलवे बोर्ड की उच्चस्तरीय बैठक हुई. इसमें कई बड़े फैसले लिए गए. रेलमंत्री ने रेलवे के 150 साल पुराने नियमों को बदलने का बड़ा ऐलान किया.
We are turning a 150 year old convention on its head, hereafter, FOBs (Foot Over Bridges) will be deemed mandatory not a passenger amenity.
— Piyush Goyal (@PiyushGoyal) September 30, 2017
इस बैठक में आरपीएक के डीजी, जीएम, डीआरएम और पैसेंजर सेफ्टी ऑफिसर समेत पूरे रेलवे बोर्ड ने हिस्सा लिया. इसमें हिस्सा लेने के लिए महाराष्ट्र के मंत्री विनोद तावड़े भी पहुंचे. इस उच्चस्तरीय बैठक में रेलवे के 200 अधिकारियों को हेड क्वार्टर से फील्ड ड्यूटी पर तैनात करने का फैसला लिया गया, ताकि ग्राउंड ऑपरेशन्स को मजबूत किया सके और प्रोजेक्ट के क्रियान्वयन में तेजी लाई जा सके.
200 officers to be relocated from Head Quarters as field staff to strengthen ground operations and project implementation.
— Piyush Goyal (@PiyushGoyal) September 30, 2017
इसके साथ ही अगले 15 महीने में मुंबई के सभी उपनगरीय ट्रेनों में मॉनिटरिंग मैकनिज्म के साथ सीसीटीवी कैमरा लगाए जाएंगे, जो पूरे भारत के समानांतर काम करेंगे. रेलवे की सुरक्षा और दक्षता बेहतर बनाने के लिए मुंबई के आठ यार्ड्स समेत पूरे भारत के 40 यार्ड्स को अपग्रेड किया जाएगा. इसके लिए एक हजार करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा.
Within the next 15 months, CCTV cameras in all suburban trains in Mumbai with monitoring mechanism. Parallel work across India.
— Piyush Goyal (@PiyushGoyal) September 30, 2017
मुंबई उपनगरीय के भीड़-भाड़ वाले स्टेशनों पर अतिरिक्त एस्केलेटर लगाने को मंजूरी दी गई, जो बाद में देश के ज्यादा भीड़-भाड़ वाले स्टेशनों में भी लगाए जाएंगे. इस उच्चस्तरीय बैठक के दौरान नौकरशाही और लेटलतीफी को समाप्त करने के लिए बड़ा फैसला लिया गया और जीएम को सुरक्षा के लिए जरूरी खर्च करने का अधिकार दिया गया.
भगदड़ की घटना के बाद शुक्रवार को सिलसिलेवार बैठकेंAdditional escalators sanctioned at crowded Mumbai suburban stations and thereafter for all high traffic stations.
— Piyush Goyal (@PiyushGoyal) September 30, 2017
एलफिंस्टन रोड स्थित फुटओवर ब्रिज पर भगदड़ की घटना के बाद रेलमंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार को मुंबई की उपनगरीय रेल सेवा से संबंधित मुद्दों पर चर्चा के लिए वरिष्ठ अधिकारियों के साथ सिलसिलेवार बैठकें की. गोयल ने कहा कि बहु-विभागीय ऑडिट टीम एक सप्ताह के भीतर सभी उपनगरीय स्टेशनों का निरीक्षण करेगी और उन क्षेत्रों की पहचान करेगी जो चिंता के सबब हैं.
इस बैठक में मौजूद एक अधिकारी ने बताया कि गोयल ने फुट ओवरब्रिज के चल रहे काम को युद्धस्तर पर पूरा करने का निर्देश भी दिया. इसी बीच मुंबई से प्राप्त समाचार के अनुसार मध्य मुंबई के एलफिन्स्टन रोड स्टेशन के रेलवे फुटओवर ब्रिज पर मची भगदड़ की जांच के क्रम में पुलिस सीसीटीवी फुटेज और लोगों द्वारा बनाये गये वीडियो क्लिप को खंगाल रही है.
मुंबई में एफिन्सटन भगदड़ में मृतकों की संख्या हुई 23
केईएम अस्पताल में गंभीर रूप से घायल एक व्यक्ति की मौत के साथ ही यहां दो रेलवे स्टेशनों को जोड़ने वाले एक फुट ओवर ब्रिज पर भगदड़ में मरने वालों की संख्या 23 हो गई है. अस्पताल के डीन अविनाश सूपे ने बताया कि मृतक की पहचान सत्येंद्र कुमार कनौजिया के तौर पर हुई है. उनकी उम्र 40-45 के बीच थी.
डीन ने बताया, "अस्पताल में भर्ती कराए जाने के तुरंत बाद मरीज को वेंटिलेटर पर रखा गया था. हमने उन्हें बचाने की कोशिश की लेकिन अंदरूनी चोटों की वजह से उनकी मौत हो गई." उन्होंने कहा कि शव को औपचारिक प्रक्रिया के बाद परिजन के हवाले किया जाएगा. सूपे ने बताया कि अस्पताल में 38 घायल लोगों को भर्ती कराया गया था.
आपको बता दें कि एलफिन्सटन रोड और परेल उपनगर स्टेशनों को जोड़ने वाले ओवरब्रिज पर शुक्रवार सुबह 10 बजकर 40 मिनट पर हादसा हुआ था. भारी बारिश के कारण वहां पर लोगों की काफी भीड़ जमा हो गई थी.