शायर मुनव्वर राना की दोनों बेटियां आज शाहीन बाग आएंगी और CAA के खिलाफ प्रदर्शन कर रही महिलाओं के समर्थन में अपनी आवाज बुलंद करेंगी. शायर मुनव्वर राना की दोनों बेटियां दिल्ली में हैं. दोनों बेटियां जामिया के अलावा कई और जगहों में प्रदर्शनकारियों का हौसला बढ़ाने जाएंगी.
कुछ ही दिन पहले मुनव्वर राना की बेटियां सुमैया और फौजिया ने लखनऊ के घंटाघर में CAA के खिलाफ प्रदर्शन में शामिल थीं. इस प्रदर्शन में शामिल होने पर लखनऊ पुलिस ने मशहूर शायर मुनव्वर राना की दोनों बेटियों के खिलाफ भी शामिल केस दर्ज किया था.
आजतक से बातचीत में मुनव्वर राना की बेटियों ने कहा कि शाहीन बाग से पूरा मुल्क प्रभावित है, हम लोग उनका समर्थन करने आए हैं. उन्होंने कहा कि प्रदर्शनकारियों को समझाने के लिए पीएम नहीं आए, गृह मंत्री नहीं आए, यूपी में सीएम भी नहीं आए. लेकिन प्रदर्शनकारियों के समर्थन में हम बहनें आई हैं.
बस मुसलमानों को छोड़ दिए
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उनसे जब पूछा गया कि CAA से भारत के मुसलमानों का कोई लेना देना नहीं है, ये नागरिकता लेने का नहीं, बल्कि देने का कानून है तो उन्होंने कहा कि मोदी जी पूरे देश के प्रधानमंत्री हैं, उन्होंने बस मुसलमानों को ही छोड़ दिया. सबको शामिल किया, मुसलमानों को छोड़ दिया, पीएम चाहते हैं कि इस मुल्क से मुसलमानों को कोई लेना देना न हो.
विवादित वीडियो पर कार्रवाई हो
जेएनयू छात्र शरजील के विवादित वीडियो पर सुमैया और फौजिया ने कहा कि अगर उसने ऐसा कहा तो वे इसका बिल्कुल समर्थन नहीं करती हैं, इसकी निंदा करती हैं, इस पर एक्शन लेना चाहिए, लेकिन सरकार को वीडियो की जांच भी करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर कोई भारत को तोड़ने की बात करता है तो वो गुनाह है, हम हिंदुस्तान को जोड़ने के की बात करते हैं.
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शाहीन बाग प्रदर्शन की वजह से लोगों को हो रही परेशानी पर सुमैया और फौजिया की राय थी कि वे समझ सकती हैं कि इस धरने से परेशानी हो रही है, लेकिन CAA-NRC से मुल्क के लोगों को जो परेशानी होगी वो बड़ी है.
पीएफआई से फंडिंग का सवाल नहीं
CAA के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन को पीएफआई से मिल रही कथित फंडिंग के सवाल पर मुनव्वर राना की बेटियों ने कहा कि जब से हमने CAA के खिलाफ विरोध करना शुरू किया. सरकार की तरफ से तरह-तरह के दबाव बनाए गए. पुलिस से दवाब बनवाए गए, तरह-तरह के पेंच फंसाए गए. पीएफआई की फंडिंग का सवाल ही नहीं है.