पाकिस्तानी के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने पूर्वानुमानों के मुताबिक सक्रिय राजनीति में लौटने की घोषणा करते हुए पहले सत्ता में रहने के दौरान हुई गलतियों के लिए माफी मांगी तथा ‘बेदाग छवि’ के साथ अपना करियर शुरू करने का वादा किया.
मुशर्रफ ने पाकिस्तान से हजारों किलोमीटर दूर ब्रिटेन की राजधानी लंदन में अपनी नयी राजनीतिक पार्टी ‘ऑल पाकिस्तान मुस्लिम लीग’ शुरू करने की घोषणा करते हुए कहा कि वह स्वदेश वापसी के साथ ही वर्ष 2013 में आयोजित होने वाले आम चुनावों में हिस्सा लेंगे.
वर्ष 2009 के आम चुनावों के बाद स्वनिर्वासन काटने वाले पाकिस्तान के 76 वर्षीय पूर्व सैन्य शासक ने कहा, ‘मैं इस अवसर पर देश के नागरिकों से माफी मांगता हूं.’ उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी भारत के साथ मैत्रीपूर्ण और शांतिपूर्ण संबंध स्थापित करने के प्रयास करेगी लेकिन इसकी शुरुआत तभी की जाएगी जब लंबित मुद्दों को शांतिपूर्ण तरीके से हल कर लिया जाए.
मुशर्रफ ने कहा, ‘मैं यह स्वीकार करता हूं कि पिछले कुछ वर्षों के सत्ता में रहते हुए मैंने कुछ ऐसे फैसले लिये जिन्हें मैं राजनीतिक गलतियों की संज्ञा दे सकता हूं. हालांकि मैं वैसी गलतियों को भविष्य में नहीं दोहराने का वादा करता हूं.’ उन्होंने कहा, ‘मैं वादा करता हूं कि मैं बेदाग छवि के साथ अपना राजनीतिक करियर एक नये सिरे से शुरू करूंगा.’{mospagebreak} उन्होंने कहा, ‘‘मैंने सक्रिय राजनीति में इसलिए लौटने का निर्णय लिया है क्योंकि मुझे कोई राजनीतिक विकल्प नजर नहीं आ रहा जो पाकिस्तानियों के लिए उम्मीद की किरण दिखाए. मैं मानता हूं कि मैं उम्मीद की किरण हो सकता हूं.’ उन्होंने कहा कि यदि उनकी पार्टी अगले चुनाव में सत्ता में आती है तो वह चरमपंथ को कतई बर्दाश्त नहीं करने की नीति अपनाएगी.
कमांडो से राजनेता बने मुशर्रफ ने कहा कि उनके शासनकाल में पाकिस्तान ने कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की थीं और मौजूदा सरकार वषरें की इन उपलब्धियों को गंवा रही है.
उन्होंने कहा कि कि पाकिस्तान की अधिकतर आबादी गरीबी में जीवन बसर कर रही है जबकि कुछ गिने चुने अमीर और ताकतवर लोग अपने निजी लाभों के लिए कानून को अपनी हाथ की कठपुतली बनाये हुए हैं.
मुशर्रफ ने कहा कि उनकी पार्टी गरीबी और भूखमरी के खिलाफ ‘जेहाद’ छेड़ेगी. उन्होंने कहा, ‘यह समय कायदे आजम मोहम्मद अली जिन्ना के सपने को साकार करने के लिए संघर्ष करने का है. इस समय सभी सच्चे पाकिस्तानियों को चाहिए कि वे एकसाथ एक मंच पर आकर इस दिशा में काम करें. मेरा मानना है कि यह मंच आल पाकिस्ताना मुस्लिम लीग हो सकता है जो जिन्ना के सपने को सही अर्थों में साकार करने के लिए संघर्ष करेगा.’{mospagebreak}
पूर्व सैन्य तानाशाह ने इससे पहले बीबीसी से कहा कि पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी की सरकार हाल की बाढ़ से प्रभावित लोगों को प्रभावी राहत पहुंचाने में विफल रही है और देश में आर्थिक संकट है और राजनीतिक टकराव है, ऐसी स्थिति से पाकिस्तान को बाहर निकालने के लिए सेना को शामिल किया जाना चाहिए.
उन्होंने कहा, ‘पाकिस्तान की स्थिति का समाधान तभी हो सकता है जब सेना की कुछ भूमिका हो.’’ उन्होंने दावा कि जिन परिस्थितियों की वजह से उन्हें 1999 में नागरिक सरकार का तख्तापलट करना पड़ा था, वे परिस्थितियां फिर उत्पन्न हो गयी हैं.