भारत सरकार ने जब से ये शर्त हटाई है कि हज के लिए जो महिलाएं जाएंगी उनके साथ पुरुषों का होना भी जरूरी है, तब से अकेले हज पर जाने की इच्छा जताने वाली महिलाओं की संख्या धीरे-धीरे बढ़ रही है. सबसे पहले केरल की चार महिलाओं ने सरकार को ये अर्जी दी थी कि वो बिना किसी पुरुष को साथ लिए हज पर जाना चाहती हैं. लेकिन अब कई जगहों से महिलाओं की तरफ से सरकार के पास ऐसे आवेदन आ रहे हैं.
अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने आज तक से खास बातचीत में बताया कि केरल की चार महिलाओं के अलावा अब उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र से भी ऐसी खबरें आ रही हैं कि महिलाएं अकेली हज के लिए जाने की इच्छुक हैं. केरल की चार महिलाओं के बारे में मुख्तार अब्बास नकवी ने ट्वीट करके जानकारी दी कि ये चारों महिलाओं हज के लिए अकेले जाने की इच्छुक हैं.
4 Muslim women from Kerala have applied to go for Haj without a male companion (Mehram). Earlier, the Govt didn’t allow women to go for Haj alone. @narendramodi Govt has lifted the ban & now women can proceed for Haj without Mehram. pic.twitter.com/olAeaTk6n6
— Mukhtar Abbas Naqvi (@naqvimukhtar) November 19, 2017
देश में ऐसा पहली बार होगा जब महिलाएं बिना पुरुष को साथ लिए हज पर जाएंगी. गौरतलब है कि हाल ही में सरकार ने हज यात्रा के नियमों में बदलाव करते हुए महिलाओं के अकेले हज पर जाने से पाबंदी हटा दी थी. बिना पुरुष के साथ के हज पर जाने के लिए बस दो शर्तें हैं. पहली ये कि कम से कम चार महिलाओं को एक ग्रुप में जाना होगा और दूसरा ये कि ग्रुप में सभी महिलाओं की उम्र 45 साल से अधिक होनी चाहिए.
मुख्तार अब्बास नकवी ने बताया कि मोदी सरकार ने ये कदम इसलिए उठाया क्योंकि कई महिलाएं चाह कर भी इस पाबंदी की वजह से हज पर नहीं जा पाती थीं. उन्होंने कहा कि पहले इस बात को लेकर कुछ विरोध हुआ क्योंकि इसको लेकर लोगों में कुछ गलतफहमियां थीं. लेकिन सउदी अरब समेत कई देशों में महिलाओं को पुरुषों के बिना हज पर जाने की इजाजत है.
सरकार ने हज यात्रा को लोगों के लिए आसान बनाने के लिए कुछ और बदलाव भी किए हैं. जैसे अब इस बात की भी पाबंदी नहीं होगी कि जो जिस जगह से हज यात्रा के लिए आवेदन करेगा उसे उसी जगह से यात्रा शुरू करनी होगी. पहले इस पाबंदी की वजह से छोटे जगहों से लोगों को हज पर जाने में ज्यादा खर्च उठाना पड़ता था.
नकवी ने बताया कि जैसे कोई अगर श्रीनगर से हज यात्रा पर जाता है, तो उसे फिलहाल लगभग एक लाख 20 हजार रुपये खर्च करने होते हैं. लेकिन वही व्यक्ति अगर अपने खर्च से दिल्ली आ जाए और यहां से हज पर जाए तो उसका खर्च कर करीब 70 हजार ही होगा.
मुख्तार अब्बास नकवी ने ये भी बताया कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार सरकार हज सब्सिडी खत्म करने की ओर बढ़ रही है. हज सब्सिडी में खर्च होने वाले पैसे को मुस्लिम महिलाओं की तालीम में खर्च किया जाएगा.