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एक और फतवा, महिलाओं के लिए पुरुष फुटबॉल मैच देखना नाजायज

फतवा जारी के इस दौर में एक और फतवा जारी किया गया है जिसमें मुस्लिम महिलाओं को पुरुषों का फुटबॉल मैच देखना गलत बताया गया है.

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फुटबॉल मैच (फाइल फोटो)
फुटबॉल मैच (फाइल फोटो)

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फतवा जारी के इस दौर में एक और फतवा जारी किया गया है जिसमें मुस्लिम महिलाओं को पुरुषों का फुटबॉल मैच देखना गलत बताया गया है.

देवबंद मुफ्ती ने अपने जारी फतवे में कहा है कि मुस्लिम महिलाएं फुटबॉल मैच नहीं देख सकतीं क्योंकि पुरुष खिलाड़ियों के घुटने खुले होते हैं.

यह अजीबोगरीब फतवा देवबंद के मुफ्ती अथर कासमी ने जारी किया है. कासमी का कहना है कि मुस्लिम महिलाओं के लिए फुटबॉल मैच देखना वर्जित है क्योंकि पुरुषों के घुटने खुले होते हैं. साथ ही उन्हें किसी पुरुष को घुटने से ऊपर नहीं देखना चाहिए. पुरुषों को घुटनों के ऊपर देखना भी महिलाओं के लिए नाजायज है, हलाल है.

ऐसा ही एक फतवा सऊदी अरब में भी जारी किया गया है जहां की मुस्लिम महिलाओं को पुरुष फुटबॉल मैच देखने पर रोक लगाई गई है. उन्होंने सऊदी फतवे का समर्थन भी किया.

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इससे पहले डिजाइनर बुरखा और बैंक में काम करने वालों से शादी नहीं करने का भी फतवा जारी किया जा चुका है.

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