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100 की स्पीड से आ रही थी ट्रेन... अचानक हवा में उड़ने लगे पत्थर!

क्या कोई बुरे से बुरे सपने में भी सोच सकता है कि चलती हुई पटरी से उतर कर उसके घर में घुस जाएगी. मुजफ्फरनगर के खतौली में हुए भीषण हादसे में ऐसा ही हुआ है.

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हादसे के चश्मदीद का बड़ा बयान
हादसे के चश्मदीद का बड़ा बयान

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क्या कोई बुरे से बुरे सपने में भी सोच सकता है कि चलती हुई पटरी से उतर कर उसके घर में घुस जाएगी. मुजफ्फरनगर के खतौली में हुए भीषण हादसे में ऐसा ही हुआ है. ट्रेन का कोच नंबर एस-2 एक घर को तोड़ता हुए घुस गया. जरा सोचिए घर में ट्रेन घुस आए तो उस परिवार पर क्या बीती होगी.

हर आदमी अपनी जिंदगी में कुछ मौकों पर बुरे सपने देखता है. खतौली के चौधरी परिवार ने भी देखा होगा. लेकिन वो सपना सपना रहा, यहां ढलते दिन के साथ उस खौफनाक सपने जैसा सच सामने आ गया. यकीन करना मुश्किल है लेकिन ऐसा हुआ है कि ट्रेन पटरी से उतर कर किसी इंसान के घर में घुस गई है और वो इंसान ये हैं.

चौधरी परिवार की गलती ये थी कि इन्होंने अपना घर रेलवे की पटरियों के पास बना लिया. हालांकि घर बनाते हुए कभी ये नहीं सोचा होगा कि ट्रेन चल कर घर के ड्राइंग रूम तक आ जाएगी. मगर ट्रेन का आतंकी हमला हुआ, किसी फिल्मी दृश्य की तरह उससे भी खौफऩाक.

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पीड़ित परिवार की मानें तो शनिवार की शाम सभी लोग घर में मौजूद थे. कलिंग-उत्कल एक्सप्रेस लगभग 90 से 100 किमी की रफ्तार से आ रही थी, अचानक घर के पास पत्थर हवा में उड़ने लगे और कुछ समझ पाता उससे पहले ट्रेन घर में घुस चुकी थी, लोग जान बचाकर घर से बाहर भागने लगे. कुछ ही देर में घर मलबे में तब्दील हो गया और चारों तरफ चीख-पुकार मच गई.

वो तो गनीमत थी कि किसी की जान नहीं गई, लेकिन ट्रेन घर के मुखिया का पांव जरूर तोड़ गई. बाकी घर के इस हिस्से की हालत तो आप देख ही रहे हैं. इस भयावह हादसे की सैकड़ों तस्वीरें आप देख चुके हैं. लेकिन घर में घुसे इस कोच की हालत देखकर अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं है कि कोच में सवार लोगों की हालत क्या हुई होगी.

 

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