उत्तर प्रदेश में कुंडा के वलीपुर में डीएसपी जिया उल हक की हत्या के मामले में एक नया खुलासा हुआ है. हेडलाइन्स टुडे को दिए एक इंटरव्यू में डीएसपी की विधवा परवीन आजाद ने कहा है कि हत्या के छह महीने पहले ही डीएसपी जिया उल हक ने राजा भैया के खिलाफ 47 मामलों की सूची बना ली थी.
इन 47 मामलों में हत्या, हत्या के षडयंत्र और गैंगस्टर गतिविधियों के कई मामले शामिल हैं. परवीन आजाद ने बताया कि उनके पति ने राजा भैया के खिलाफ पूरी हिस्ट्रीशीट तैयार कर ली थी. ये मामले राजा भैया के खिलाफ कोई नए नहीं थे. ऐसे में साफ है कि डीएसपी जिया उल हक का काम करने का तरीका राज भैया के लिए भविष्य में मुश्किलें खड़ी कर सकता था.
यानी की माना जा सकता है कि अब कुंडा केस की सीबीआई जांच राजा भैया की हिस्ट्रीशीट पर टिकी है जिसे मारे गए डीएसपी जियाउल हक ने 6 महीने पहले ही जारी किया था.
वहीं दूसरी तरफ हत्या की जांच में सीबीआई को काफी दिक्कतें आ रही हैं. सीबीआई का कहना है कि राजा भैया के डर से कोई भी गवाही देने को तैयार नहीं. सीबीआई की टीम ने गांव के लोगों के इस केस में जोड़ने की कोशिश करते हुए उनसे इस केस में गवाह बनने की अपील की है. कुंडा में कैंप कर रही सीबीआई की टीम ने प्रेस रिलीज जारी कर गांव वालों को उनकी सुरक्षा का भरोसा दिलाते हुए गवाही दने की अपील की है.
सीबीआई ने लोगों से कहा है कि अगर वो इस मामले में गवाही देते है तो उन्हें कोई तंग नहीं करेगा. इसके लिए सीबीआई के अधिकारियों ने हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है.