देश की पहली पूर्णकालिक महिला रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण पदभार संभालने के बाद से एक्शन में आ गई हैं. उनके कार्यकाल में आने के 20 दिन में ही बड़ी कार्रवाई हुई है. भारतीय सेना ने म्यांमार बॉर्डर पर उग्रवादियों के खिलाफ जबरदस्त प्रहार किया है. आर्मी ने नगा उग्रवादियों के कैंप पर हमला बोला है, जिससे NSCN(K) कैडर के उग्रवादियों को काफी बड़ा नुकसान हुआ है. भारतीय ऑपरेशन में कई उग्रवादी हताहत भी हुए हैं. यह ऑपरेशन करीब सुबह 4.45 बजे किया गया. भारतीय सेना ने साफ किया कि यह ऑपरेशन म्यांमार में घुसकर नहीं किया गया है.
सेना का यह ऑपरेशन असम-नगालैंड बॉर्डर के पास हुआ. सेना ने सुबह-सुबह ही इस ऑपरेशन को शुरू किया और लंगखू गांव के पास नागा उग्रवादियों पर हमला बोला. यह जगह भारत-म्यांमार बॉर्डर से करीब 10-15 किमी. दूर है.
लगातार एक्टिव हैं निर्मला
निर्मला सीतारमण पदभार संभालने के बाद से ही लगातार फैसले ले रही हैं. सेना के अफसरों से मुलाकात कर रही हैं. बॉर्डर पर जा रही हैं, जवानों से मिल रही हैं. पद संभालने के तुरंत बाद ही उन्होंने अपने पहले फैसले के तौर पर रक्षा मंत्री एक्स-सर्विसमेन फंड (आरएमईडब्ल्यूएफ) से वित्तीय सहायता को मंजूरी दी थी.
रोज सेना प्रमुखों से मीटिंग
इसके साथ ही उन्होंने एक सबसे बड़ा नियम रोज सेना के प्रमुखों से मिलने का बनाया था. डिफेंस मिनिस्ट्री के मुताबिक, रक्षा मंत्री रोज सुबह आर्मी, एयरफोर्स और नेवी के प्रमुखों से मुलाकात करने का नियम बनाया जिसकी उन्होंने शुरुआत भी कर दी है.
निर्मला सीतारमण जब से मिनिस्ट्री में आई हैं कई नियम बदले हैं. वे लगातार सीमा इलाकों का दौरा कर रही हैं. राजस्थान में एयरफोर्स के एक बेस पर वह पहुंचीं, जहां पिछले 16 साल से कोई रक्षा मंत्री नहीं गया था. वे फाइटर प्लेन के कॉकपिट में खुद बैठीं. इसके साथ ही पाकिस्तान से सटे गुजरात के कच्छ इलाके में भी उन्होंने दौरा किया.