नगालैंड में गुरुवार को बीजेपी-एनडीपीपी की गठबंधन सरकार ने शपथ ली. एनडीपीपी के वरिष्ठ नेता नेफियू रियो ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. उनके साथ 10 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली. ये शपथ ग्रहण समारोह कोहिमा लोकल ग्राउंड में हुआ. इस दौरान भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह, रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण, केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू भी मौजूद रहे. ऐसा पहली बार हुआ है कि नगालैंड में किसी सरकार ने खुले मैदान में शपथ ली हो.
एक दिसंबर, 1963 को यहीं से तत्कालीन राष्ट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने नगालैंड राज्य के गठन की घोषणा की थी. राज्यपाल पीबी आचार्य ने मुख्यमंत्री नेफियू रियो और 10 मंत्रियों को मैदान के मुख्य मंच से पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई. रियो ने अंग्रेजी भाषा में मुख्यमंत्री पद की शपथ ली.
अमित शाह, किरण रिजिजू, निर्मला सीतारमण के अलावा पूर्वोत्तर राज्य में बीजेपी सरकारों के मुख्यमंत्री भी शपथ ग्रहण में मौजूद रहे.
CM of Manipur N Biren Singh, CM of Arunachal Pradesh Pema Khandu, CM of Assam Sarbananda Sonowal and CM of Meghalaya Conrad Sangma at the oath ceremony of Nagaland CM designate Neiphiu Rio in Kohima. pic.twitter.com/yjRrU39aTp
— ANI (@ANI) March 8, 2018
अभी तक राज्य में शपथ-ग्रहण समारोह इतने बड़े स्तर पर आयोजित नहीं होता था और राज भवन के दरबार हॉल में मुख्यमंत्री और मंत्रि परिषद को शपथ दिलाई जाती थी, जिसमें वीवीआईपी, वीआईपी और शीर्ष नौकरशाह ही उपस्थित रहते थे.
एनपीपी ने एनडीपीपी-बीजेपी गठबंधन से समर्थन वापस लिया
नेफियू रियो के शपथ ग्रहण समारोह की पूर्व संध्या पर नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) ने बुधवार को राज्यपाल को पत्र लिखकर कहा कि वह एनडीपीपी-बीजेपी गठबंधन से समर्थन वापस ले रही है.
हालांकि इसका सरकार के गठन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा क्योंकि 60 सदस्यीय सदन में एनडीपीपी-बीजेपी के मिलकर 30 विधायक हैं और उन्हें दो अन्य का भी समर्थन हासिल है. एनपीपी के दो विधायक हैं. नगालैंड एनपीपी के प्रमुख एतो येपथोमी ने मंगलवार को राज्यपाल पीबी आचार्य को एनडीपीपी-बीजेपी गठबंधन के पक्ष में समर्थन का पत्र सौंपा था.