नोबल पुरस्कार विजेता वीएस नायपॉल ने भारतीय मूल के लोगों के लिए बनने वाले पीआईओ कार्ड के लिए भारतीय उच्चायोग से कोई संपर्क नहीं किया है.
उच्चायोग की एक प्रवक्ता ने कहा, ‘‘नादिरा नायपॉल ने तीन महीने पहले उच्चायोग का दौरा किया था और अपने पति के लिए पीआईओ कार्ड की प्रक्रिया के बारे में पूछा था जिसके बारे में उच्चायोग के संबंधित अधिकारियों ने उन्हें जानकारी दी थी.’’
उन्होंने बताया कि ये जानकारियां उच्चायोग के वेबसाइट पर भी हैं और वीएस नायपॉल ने पीआईओ के लिए कोई आवेदन नहीं दिया .