दिल्ली के नजफगढ़ से इनेलो के विधायक रहे भरत सिंह की रविवार रात को गोली मारकर हत्या कर दी गई. उनके साथ उनके दो निजी सुरक्षा अधिकारियों को भी गोलियां लगी थीं, जिसके बाद दोनों की हालत गंभीर बनी हुई है. भरत सिंह पर 2012 में भी इसी तरह का जानलेवा हमला हुआ था.
पुलिस के मुताबिक, घटना यहां एक वाटिका में हुई जहां वे एक निजी समारोह में शामिल होने गए थे. छह से ज्यादा हथियारबंद हमलावर एसयूवी से घटनास्थल पर पहुंचे और 38 वर्षीय सिंह पर हमला कर दिया. उन्होंने करीब 15-20 गोलियां चलाईं. भरत सिंह स्थानीय बाहुबली किशन पहलवान के छोटे भाई थे, जिनके खिलाफ दो दर्जन से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं.
भरत सिंह और उनके दोनों पीएसओ को गोली लगने के बाद गुड़गांव स्थित मेदांता अस्पताल ले जाया गया था, जहां पूर्व एलएलए की मौत हो गई. पुलिस का कहना है कि भरत सिंह के सिर में गोली लगी थी. उन पर इसी तरह का हमला 2012 में हुआ था. तब वह विधायक थे. उस समय हमलावरों ने उन पर दक्षिण पश्चिमी दिल्ली स्थित उनके कार्यालय के बाहर हमला किया था. तब उनके एक रिश्तेदार को भी गोली लगी थी. उस मामले में पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया था जिन पर केस चल रहा है . पुलिस अधिकारियों ने बताया कि प्रथमदृष्टया यह गैंगवार का मामला लगता है और शक की सुई स्थानीय अपराधी उदयवीर उर्फ काले के गिरोह की ओर है, जो हाल में जेल से रिहा हुआ है.
-इनपुट भाषा से