सरकार ने बैंगलोर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का नाम बदलकर 16वीं सदी के विजयनगर के शासक के नाम पर ‘केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा’ रखने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी.
केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने इस बारे में फैसला किया. बैठक के बाद जारी सरकारी बयान में कहा गया कि कर्नाटक की जनता और प्रदेश सरकार की यह मांग लंबे समय से चली आ रही थी.
बैंगलोर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा दक्षिण भारत का एक प्रमुख ग्रीनफील्ड हवाई अड्डा है. यहां 24 मई, 2008 को विमानों की आवाजाही शुरू हुई थी. इसका स्वामित्व और परिचालन बैंगलोर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा प्राइवेट लिमिटेड के पास है. इस कंपनी में कर्नाटक सरकार की कंपनी केएसएसआईडीसी, भारतीय हवाई अडडा प्राधिकरण, जीवीके समूह, सीमेंस और ज्यूरिख हवाई अडडे की हिस्सेदारी है. यह देश का पांचवा सबसे व्यस्त हवाई अड्डा है, जिसे 4000 एकड़ भूमि पर विकसित किया गया है.
कर्नाटक विधानसभा इस बारे में 10 दिसंबर, 2012 को ही प्रस्ताव पारित कर चुकी थी. राज्य विधान परिषद ने भी दो दिन बाद ही इस आशय का प्रस्ताव मंजूर कर दिया था.
हरिया केम्पेगौड़ा को केम्पेगौड़ा के नाम से जाना जाता था. वे विजयनगर के शासक थे और 16वीं सदी में कर्नाटक के अधिकांश हिस्सों में उन्होंने शासन किया.