scorecardresearch
 

NaMo टीवी पर चुनाव आयोग को सरकार का जवाब- यह विज्ञापन प्लेटफॉर्म, इजाजत की जरूरत नहीं

सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने नमो टीवी को लेकर चुनाव आयोग की ओर से जारी नोटिस के बाद शुक्रवार को दिए अपने जवाब में कहा कि यह डीटीएच सेवा प्रदाताओं द्वारा शुरू किया गया एक विज्ञापन प्लेटफॉर्म है जिसके लिए सरकारी मंजूरी की जरूरत नहीं.

Advertisement
X
NAMO टीवी पर प्रसारण मंत्रालय ने दिया जवाब
NAMO टीवी पर प्रसारण मंत्रालय ने दिया जवाब

Advertisement

लोकसभा चुनाव प्रचार के बीच चर्चा में आए नमो टीवी को लेकर चुनाव आयोग की ओर से दिए गए नोटिस पर सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने अपने जवाब में कहा है कि यह टीवी डीटीएच सेवा प्रदाताओं की ओर से शुरू की है. यह एक विज्ञापन प्लेटफॉर्म है जिसके लिए सरकारी मंजूरी की जरूरत नहीं होती है. नमो टीवी को 31 मार्च को लॉन्च किया गया था और इस चैनल पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण और भाजपा आधारित कई वीडियोज हैं.

सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने नमो टीवी को लेकर चुनाव आयोग की ओर से जारी नोटिस के बाद शुक्रवार को दिए अपने जवाब में कहा कि यह डीटीएच सेवा प्रदाताओं द्वारा शुरू किया गया एक विज्ञापन प्लेटफॉर्म है जिसके लिए सरकारी मंजूरी की जरूरत नहीं. एक सूत्र के मुताबिक सूचना और प्रसारण मंत्रालय (आईबी) ने यह भी कहा कि नमो टीवी नियमित चैनल नहीं है और यह स्वीकृत चैनलों की आधिकारिक सूची में नहीं आता.

Advertisement

सूत्र के मुताबिक सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने चुनाव आयोग से कहा कि मौजूदा नियमों के अनुसार इस तरह के विज्ञापन प्लेटफॉर्म चलाने के लिए उससे किसी की मंजूरी की जरूरत नहीं लेनी होती है.

चुनाव आयोग ने मंगलवार को सूचना और प्रसारण मंत्रालय से पूछा था कि लोकसभा चुनाव के ठीक पहले नमो टीवी की अचानक लॉन्चिंग कैसे हो गई. कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (AAP) ने चुनाव आयोग से शिकायत की थी कि आचार संहिता लगने के बाद भी कैसे किसी राजनीतिक पार्टी के समर्थन वाले टीवी को प्रसारण की अनुमति दी जा सकती है.

दिल्ली में सत्तारुढ़ आम आदमी पार्टी ने नमो टीवी के खिलाफ चुनाव आयोग से शिकायत की थी कि आचार संहिता लागू होने के बाद भी किसी राजनीतिक पार्टी को यह अधिकार कैसे है कि वह अपना खुद का चैनल शुरू कर सके. आम आदमी पार्टी की ओर से यह भी सवाल पूछा गया था कि नमो टीवी में चलने वाले कंटेट की मॉनिटरिंग कौन करेगा.

आम आदमी पार्टी ने नमो टीवी चैनल के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत करते हुए इसे आचार संहिता का उल्लंघन बताया. पार्टी ने चैनल का नाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संक्षिप्त नाम 'नमो' पर रखे जाने का जिक्र करते देते हुए कहा है कि अगर चुनाव आयोग की अनुमति के बिना यह नमो टीवी शुरू की गई है तो इस पर आयोग ने क्या कार्रवाई की है?

Advertisement

नमो टीवी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैलियों का लाइव प्रसारण किया जाता है. नमो टीवी पर प्रधानमंत्री के चुनावी भाषण प्रसारित किए जाते हैं और इस टीवी का प्रसारण विभिन्न ऑपरेटर्स के जरिए किया जा रहा है.

चुनाव की हर ख़बर मिलेगी सीधे आपके इनबॉक्स में. आम चुनाव की ताज़ा खबरों से अपडेट रहने के लिए सब्सक्राइब करें आजतक का इलेक्शन स्पेशल न्यूज़लेटर

Advertisement
Advertisement