देश की सत्ता संभाल रही कांग्रेस दिल्ली में भले ही आधार कार्ड बनाने वाले प्राधिकरण के चेयरमैन नंदन नीलेकणि के पार्टी टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ने का लगातार शिगूफा छोड़ रही हो, मगर कर्नाटक कांग्रेस इस फैसले के पक्ष में नहीं दिखती है. हाल में ही कर्नाटक कांग्रेस ने राज्य की 28 लोकसभा सीटों के लिए संभावित कैंडिडेट की एक लिस्ट तैयार की है, जिसमें से नीलेकणि का नाम नदारद है.
यह तब हुआ है जब इन्फोसिस के पूर्व चेयरमैन नीलेकणि खुद राज्य की बेंगलुरु साउथ लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने में रुचि जाहिर कर चुके हैं.
कर्नाटक कांग्रेस के मुखिया जी परमेश्वरा ने नीलेकणि की दावेदारी एक तरह से खारिज करते हुए कहा कि वह चुनाव लड़ने के लिए जरूरी शर्तें पूरी नहीं करते हैं. हालांकि इसके साथ ही परमेश्वरा ने यह भी कहा कि आलाकमान ही उनके चुनाव लड़ने के बारे में आखिरी फैसला ले सकता है.
इस बारे में परमेश्वरा ने कहा कि नीलेकणि को चुनाव लड़ाने का फैसला ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी कर सकती है. यह अच्छा होगा अगर वह चुनाव लड़ेंगे. उन्होंने मुझसे मिलकर इसकी इच्छा भी जाहिर की है. लेकिन हमने बेंगलुरु साउथ समेत सभी सीटों पर पार्टी के संविधान के मुताबिक कैंडिडेट लिस्ट शॉर्टलिस्ट कर ली है.
परमेश्वरा के मुताबिक नीलेकणि न तो पार्टी के प्राथमिक सदस्य हैं और न ही उन्होंने संगठन की पांच साल तक सेवा की है. ऐसे में उन्हें शॉर्टलिस्ट कैसे किया जा सकता था. गौरतलब है कि इस बार के लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी द्वारा जारी गाइडलाइंस में ये दो शर्तें अहम हैं.