बीजेपी की ओर से पीएम पद के दावेदार के रूप में नरेंद्र मोदी का नाम तय होने के बाद अब कांग्रेस भी अपने पक्ष में चुनावी बयार बहाने की जुगत में जुट गई है. ऐसी ही कोशिशों के तहत कांग्रेस विशिष्ट पहचान पत्र प्राधिकरण (UID) के अध्यक्ष नंदन नीलेकणि को अगले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस का टिकट दे सकती है.
यूपीए सरकार पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगने के बाद कांग्रेस चाहती है कि उसकी पार्टी में साफ-सुथरी छवि के लोग आएं, जिससे चुनाव में उसकी नैया पार हो सके. नंदन नीलेकणि को नजदीक से जानने वाले लोगों के मुताबिक वे कांग्रेस के इस प्रस्ताव को स्वीकार करने जा रहे हैं. जानकारी के मुताबिक, उन्होंने इसके लिए हामी भी भर दी है.
अगर नंदन नीलेकणि कॉरपोरेट जगत से सक्रिय राजनीति में आते हैं, तो यह अपनी तरह का पहला मामला होगा. उम्मीद है कि नीलेकणि अपने गृह राज्य कर्नाटक से ही लोकसभा चुनाव लड़ेंगे. अगर वे ऐसा करते हैं, तो न केवल कर्नाटक, बल्कि शहरी वोटरों के बीच पॉजिटिव मैसेज जाएगा.
नीलेकणि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पार्टी की ओर से 'अघोषित दावेदार' राहुल गांधी के करीबियों में शुमार किए जाते हैं. बताया जाता है कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से भी उनकी निकटता है.
नीलेकणि इन्फोसिस के को-फाउंडर रह चुके हैं. कई सालों तक वे इस कंपनी के सीईओ रह चुके हैं. साल 2009 में उन्होंने इन्फोसिस छोड़ दी और UID के अध्यक्ष बनाए गए. फोर्ब्स मैगजीन ने 2012 में सबसे अमीर भारतीयों की सूची में उन्हें शुमार किया था.
नंदन कांग्रेस में आते हैं या नहीं और आने पर भी नरेंद्र मोदी और टीम राजनाथ को कितना टक्कर दे पाते हैं, यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा.