केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी का कहना है कि केरल की कम्युनिस्ट सरकार भ्रष्टाचार और क्राइम का कॉम्बिनेशन बन चुकी है. करप्शन और क्राइम का कॉम्बिनेशन इसलिए कि एक के बाद एक क्राइम, करप्शन हो रहा है, जो अपराधी हैं उनका आतंक सिर चढ़कर बोल रहा है.
उन्होंने कहा कि वहां जिस तरीके से राष्ट्रवादी संगठनों के कार्यकर्ताओं की खुलेआम हत्या की जा रही है और इन्हें सरकार द्वारा संरक्षण दिया जा रहा है, वह शर्मनाक चीज है. उन्होंने कहा कि इससे भी ज्यादा शर्मनाक चीज यह है कि कम्युनिस्टों की सरकार उसको जस्टिफाई कर रही है.
सीपीएम के इस बयान पर कि बीजेपी को कोई गंभीरता से नहीं ले रहा है, नकवी ने कहा, 'अगर कोई सीरियसली नहीं लेता है, तो CPM क्यों बीजेपी को सीरियसली ले रही है. क्या जरूरत है उनको बीजेपी ऑफिस के बाहर प्रदर्शन करने की. हम तो जनतांत्रिक मूल्यों पर यकीन करने वाले लोग हैं. हम हिंसा के बदले हिंसा में विश्वास नहीं करते हैं. पूरे देश को बताना चाहते हैं कि हम लोकतांत्रिक मूल्यों में विश्वास रखते हैं.'
मदरसों को निशाना बनाने की बात सही नहीं
उत्तर प्रदेश में मदरसों को निशाना बनाने पर मुख्तार अब्बास नकवी का कहना है कि यह सवाल ही नहीं उठता. करोड़ों रुपये का अनुदान दिया जाता है केंद्र और राज्य सरकार की तरफ से इनके आधुनिकीकरण के लिए. मदरसों को जो पैसा शिक्षा के लिए दिया जा रहा है, वह वास्तव में अगर शिक्षा के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं तो उसका बहुत पॉजिटिव रिजल्ट आता है. उत्तर प्रदेश में जो इसका लेखा-जोखा मांगा गया है, उसकी जांच की जांच की जाएगी. जिन्होंने हिसाब नहीं दिया है, देना पड़ेगा. उन्हें जानकारी देना चाहिए कि केंद्र की तरफ से एजुकेशन के नाम पर जो पैसा दिया गया वह शिक्षा के लिए वास्तव में इस्तेमाल हो रहा है या नहीं. उत्तर प्रदेश सरकार ने जो लेखा-जोखा मांगा है, उसको देना होगा. कोई भी होगा उसकी जवाबदेही तो होगी ही.