अंधविश्वास के खिलाफ लड़ने वाले नरेंद्र दाभोलकर की हत्या के खिलाफ राजनीतिक दलों और सामाजिक संगठनों ने आज पुणे में बंद बुलाया है.
दाभोलकर की हत्या के खिलाफ छात्रों और नागरिकों ने एक रैली निकाली. अंधविश्वास के खिलाफ महाराष्ट्र में अभियान चलाने वाले दाभोलकर ने काला जादू और अमानवीय कर्मकांडों पर प्रतिबंध के लिए एक कानून बनाने की खातिर दबाव डाला था.
69 वर्षीय दाभोलकर की मोटरसाइकिल सवार अज्ञात हमलावरों ने कल सुबह करीब 7:15 पर गोली मारकर हत्या कर दी थी. उस समय दाभोलकर सुबह की सैर पर ओंकारेश्वर मंदिर ब्रिज पर थे.
हमलावरों ने उन्हें करीब से गोली मारी थी. समझा जाता है कि हमलावरों की उम्र 25 से 30 साल थी. उनकी पहचान के बारे में पुलिस को अब तक कोई सुराग नहीं मिल पाया है. एक हमलावर का स्केच जारी किया गया है.
पुलिस ने ‘कुछ जानकारी’ मिलने का दावा किया है लेकिन यह कहते हुए ब्यौरा नहीं दिया कि इससे जांच बाधित होगी.
एक शीर्ष पुलिस अधिकारी ने संवाददाताओं को बताया, 'हम किसी भी संभावना को नकारे बिना हर पहलू से मामले की जांच कर रहे हैं.' सूत्रों ने बताया कि हमलावरों और उनकी मोटरसाइकिल की नंबर प्लेट के बारे में प्रत्यक्षदर्शियों से मिले ब्यौरे से क्राइम ब्रांच के अधिकारियों को सुराग मिलने की उम्मीद है.
दाभोलकर के पार्थिव शरीर का मंगलवार रात उनके गृह नगर सतारा में अंतिम संस्कार कर दिया गया.