प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार रात देश के उत्तरी भाग में आए भूकंप के बाद हालातों का जायजा लिया. उन्होंने ट्वीट किया, "मैंने उत्तर भारत के विभिन्न भागों में भूकंप आने के बाद के हालात का जायजा लिया और अधिकारियों से बात की." आपको बता दें कि उत्तराखंड में सोमवार रात 10 बजकर 35 मिनट पर भूकंप आया था जिसकी रिक्टर पैमाने पर तीव्रता 5.8 थी. भूकंप के झटके दिल्ली और उत्तर भारत के अन्य भागों में भी महसूस किये गये.
Spoke to officials & took stock of the situation in the wake of the earthquake felt in various parts of North India.
— Narendra Modi (@narendramodi) February 6, 2017
मोदी के ट्विटर हैंडल ने भूकंप से संबंधित पहला ट्वीट रात 11 बजकर 45 मिनट पर किया था. इसके ठीक एक मिनट बाद 11 बजकर 46 मिनट पर दूसरा ट्वीट भी आया. दूसरे ट्वीट में लिखा था, "पीएमओ भूकंप का केन्द्र रहे उत्तराखंड में अधिकारियों के संपर्क में हैं. मैं सभी की सुरक्षा और कुशल होने की प्रार्थना करता हूं."
PMO is in touch with officials in Uttarakhand, which is the epicentre of the quake. I pray for everyone's safety & wellbeing.
— Narendra Modi (@narendramodi) February 6, 2017
राजनाथ सिंह ने भूकंप पर रिपोर्ट मांगी, एनडीआरएफ को हाई अलर्ट पर रखा गया
गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में आज रात आए भूकंप पर एक विस्तृत रिपोर्ट मांगी है. साथ ही, एनडीआरएफ को भी हाई अलर्ट पर रखा गया है. राहत कार्य करने और जरूरत पड़ने पर पीड़ितों की मदद करने के लिए एनडीआरएफ को हाई अलर्ट पर रखा गया है.
सिंह ने एक ट्वीट में कहा कि गृह मंत्रालय भूकंप प्रभावित उत्तराखंड और उत्तर भारत के अन्य राज्यों में हालात का करीबी निगरानी कर रहा है, जहां भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं. उन्होंने कहा, "राहत एवं बचाव अभियान के लिए एनडीआरएफ की टीमें गाजियाबाद से उत्तराखंड भेजी गई हैं." गृह मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने बताया कि गृह मंत्री ने एक विस्तृत रिपोर्ट मांगी है और एनडीआरएफ को हाई अलर्ट पर रखा गया है.
गाजियाबाद से भेजी गईं एनडीआरएफ की टीमें
एनडीआरएफ के महानिदेशक आर के. पचनंदा ने बताया कि करीब 90 सदस्यों वाली एनडीआरएफ की दो टीमें गाजियाबाद स्थित अपने ठिकाने से रूद्रप्रयाग भेजी गई हैं. उन्होंने बताया कि उत्तराखंड सरकार से मिली शुरूआती खबरों से किसी तरह के नुकसान के संकेत नहीं मिले हैं लेकिन आकस्मिक कदम के तहत राहत एवं बचाव टीमें लामबंद की गई हैं. उन्होंने बताया कि एक और टीम तैयार रखी गई है और उसकी रवानगी हालात पर निर्भर है.