केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के अनुसार जल्द ही पेट्रोल और डीजल की कीमतें कम हो सकती हैं. केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान लगातार इस बात पर जोर दे रहे हैं कि पेट्रोल और डीजल को जीएसटी के दायरे में लाया जाए. ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों का फायदा मिल पाए. मंत्री ने कहा कि जीएसटी काउंसिल से इस बारे में अपील की है कि पेट्रोलियम प्रोडक्ट को जीएसटी के दायरे में लाएं.
प्रधान ने कहा कि पेट्रोल के दाम अब एक दो पैसे कम होना शुरू हुए हैं. अमेरिका में दो बार तूफान आने की वजह से पेट्रोल के दाम पर असर दिखा है. कीमतें स्थिर हुई हैं. उन्होंने कहा कि स्टेट का अपना रेवेन्यू कलेक्शन होता है, इसलिए बैलेंस मॉडल होना चाहिए. जीएसटी काउंसिल एक बैलेंस मॉडल बना रही है.
केंद्रीय मंत्री ने इस बात पर जोर दिया की बीजेपी शासित राज्य सबसे ज्यादा पैसे कल्याणकारी योजनाओं में खर्च करते हैं. राज्य सरकारों से बातचीत हो रही है. राज्य सरकारों से बातचीत कर जिस तरह जीएसटी लागू किया गया, उसी हिसाब से इसे भी लागू किया जाएगा. प्रधान ने कहा कि प्रजातंत्र में जनमत को इकट्ठा करने की कोई डेडलाइन नहीं होती है.
अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए पैकेज जल्द: जेटली
केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली ने अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के उपायों के एक पैकेज का संकेत दिया है, जबकि उन्होंने ईंधन की बढ़ती कीमतों को रोकने के लिए पेट्रोलियम उत्पादों पर किसी तरह की कर कटौती से इनकार किया.
उन्होंने कहा, "हमने सभी उपलब्ध आर्थिक संकेतों को संज्ञान में लिया है. यह सुधार एजेंडे पर एक सक्रिय सरकार रही है. बीते दो दिनों से मैंने अपने मंत्रिमंडलीय सहयोगियों और कई सचिवों से चर्चा की है."
केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक के बाद जेटली ने कहा, "सरकार प्रधानमंत्री से सलाह के बाद आने वाले दिनों में अतिरिक्त उपाय करेगी. जब भी यह कदम उठाए जाएंगे आपको बताया जाएगा." वित्तमंत्री ने मंगलवार शाम आर्थिक स्थिति की समीक्षा के लिए एक उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता की थी. इसमें आर्थिक मंदी के बीच एक संभावित प्रोत्साहन पैकेज सहित उपायों पर चर्चा की गई.
कच्चे तेल की अंतर्राष्ट्रीय कीमत 55.51 डॉलर प्रति बैरल
भारतीय बास्केट के कच्चे तेल की अंतर्राष्ट्रीय कीमत गुरुवार को 55.51 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल दर्ज की गई. यह बुधवार को दर्ज कीमत 54.93 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल से अधिक रही. पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय के अधीन पेट्रोलियम नियोजन एवं विश्लेषण प्रकोष्ठ (पीपीएसी) ने यह जानकारी दी.
रुपये के संदर्भ में भारतीय बास्केट के कच्चे तेल की कीमत गुरुवार को बढ़कर 3581.88 रुपये प्रति बैरल हो गई, जबकि बुधवार को यह 3535.42 रुपये प्रति बैरल थी. रुपया गुरुवार को कमजोर होकर 64.53 रुपये प्रति अमेरिकी डॉलर के स्तर पर बंद हुआ, जबकि बुधवार को यह 64.36 रुपये प्रति अमेरिकी डॉलर था.