प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को नॉर्थ ईस्ट दौरे पर हैं. नगालैंड के ट्यूनसांग में रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्थानीय भाषा में अपने भाषण की शुरुआत की. प्रधानमंत्री मोदी ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि नगालैंड में एक भारत श्रेष्ठ भारत की तस्वीर दिखती है. हम सबका साथ सबका विकास की नीति पर आगे बढ़ रहे हैं, इसी कारण लोग हमारी पार्टी और सरकार का समर्थन कर रहे हैं. नगालैंड के अलावा पीएम मोदी आज मेघालय में भी रैली को संबोधित करेंगे.
Gratitude to the people of Nagaland for the support. Every Indian is proud of Nagaland’s culture and the state’s rich contribution to our nation. pic.twitter.com/NE1rQ5VrTU
— Narendra Modi (@narendramodi) February 22, 2018
PM Narendra Modi at a public rally in #Nagaland's Tuensang. pic.twitter.com/I1QOac4dED
— ANI (@ANI) February 22, 2018
Your presence here has sent a strong message to the people who indulge in divisive politics and politics of vote bank: PM Shri @narendramodi https://t.co/uoHNMI2Szk pic.twitter.com/KuW162Izqr
— BJP (@BJP4India) February 22, 2018
मोदी ने कहा कि जो लोग बांटने और झगड़ा करवाने की राजनीति करते हैं, उनको आज इस रैली में आई भीड़ ने बड़ा तमाचा जड़ा है. नगा भाइयों ने हमेशा भारत के मान को बढ़ाया है.
पीएम ने कहा कि आज देश न्यू इंडिया के संकल्प के साथ आगे बढ़ रहा है, नगालैंड देश के विकास में अहम भूमिका निभा सकता है. न्यू इंडिया के साथ ही न्यू नगालैंड के सपने को भी पूरा करना है. यहां नगालैंड के लोगों ने शांति का उदाहरण दिया है. उन्होंने कहा कि राज्य में स्थिर और मजबूत सरकार बने ताकि विकास के कामों को और भी तेजी से आगे बढ़ाया जा सकता है.
भारत का विकास पूर्वोत्तर के विकास के बिना संभव नहीं, इस लिए हमारी सरकार 'अष्ट लक्ष्मी' पर विशेष ध्यान दे रही है: प्रधानमंत्री @narendramodi https://t.co/jtwD1yPhm4 || https://t.co/uoHNMI2Szk pic.twitter.com/S6sezt3bQg
— BJP (@BJP4India) February 22, 2018
मोदी ने रैली में कहा कि विकास में भ्रष्टाचार सबसे बड़ी रुकावट पैदा करता है. हमारे देश के एक प्रधानमंत्री ने कहा था कि जब दिल्ली से 1 रुपया निकलता है तो गरीब के पास सिर्फ 15 पैसा ही पहुंचता है. हमें इस स्थिति को बदलना है. हमारी पार्टी की सरकार की कोशिश रहेगी कि आधुनिक तकनीक से माध्यम से इस कमी को दूर किया जाए.
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने नॉर्थ ईस्ट के विकास के लिए नई नीति बनाई है और एक्ट ईस्ट पॉलिसी पर भी काम कर रही है. हमारी सरकार नगालैंड की भलाई के लिए उठने वाली हर आवाज का सम्मान करती है, हमने हमेशा बातचीत का रास्ता खुला रखा है. हमने अपने सभी मंत्रालय को आदेश दिया है कि वे अपने बजट का कम से कम 10 फीसदी नॉर्थ ईस्ट के विकास में ही खर्च करें.
बता दें कि दोनों राज्यों में 27 फरवरी को वोट डाले जाएंगे. 3 फरवरी को नगालैंड, मेघालय और त्रिपुरा के नतीजे एक साथ घोषित किए जाएंगे. बीते 18 फरवरी को त्रिपुरा में 59 सीटों पर वोट डाले गए थे, जिनमें कुल 76 फीसदी वोटिंग हुई थी. बीजेपी असम, अरूणाचल और मणिपुर में अपनी सरकारों के गठन के बाद बीजेपी नॉर्थ ईस्ट में अपने पांव और फैलाने की कोशिश कर रही है.
बता दें कि मेघालय की सत्ता पर आसीन कांग्रेस के लिए अपनी सत्ता बचाए रखने की बड़ी चुनौती है. BJP से लेकर नेशनल पीपुल्स पार्टी सहित अन्य क्षेत्रीय दल पूरी तरह से कमर कसकर चुनावी मुकाबले में उतर चुके हैं. सूबे में कांग्रेस संकट में है, उनके कई विधायकों ने पिछले दिनों पार्टी को अलविदा कहा है.
मेघालय में कुल 60 विधानसभा सीटें हैं. 2013 के विधानसभा चुनाव में इनमें से कांग्रेस ने 29 पर जीत दर्ज की थी, तो वहीं यूडीपी ने 8, निर्दलीय ने 13, एनसीपी ने 2 और अन्य ने 8 सीटें जीती थीं.
क्या कहता है नगालैंड का समीकरण?
नगालैंड की सत्ता पर नगा पीपुल फ्रंट और बीजेपी गठबंधन की साझा सरकार है. राज्य की सत्ता से कांग्रेस को 2003 में बेदखल करके नगा पीपुल फ्रंट ने यहां कब्जा किया था, उसके बाद से लगातार सत्ता में वो बनी हुई है. नगालैंड में कुल 60 विधानसभा सीटें हैं. पिछले 2013 के विधानसभा चुनाव में नगा पीपुल फ्रंट ने 45 सीटें जीती थीं. इसके अलावा 4 बीजेपी और 11 सीटें अन्य के खाते में हैं.