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#MeToo पर एक्शन में मोदी सरकार, मेनका ने किया जांच कमेटी बनाने का ऐलान

एमजे अकबर पर लगभग 10 महिला पत्रकारों ने यौन उत्पीड़न के आरोप लगाये हैं. एमजे अकबर के खिलाफ लगातार आ रहे आरोपों से संघ ने भी नाराजगी के संकेत दिये हैं.

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केन्द्रीय मंत्री मेनका गांधी (फोटो-पीटीआई)
केन्द्रीय मंत्री मेनका गांधी (फोटो-पीटीआई)

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देश भर में #MeToo कैंपेन के तहत आ रहीं यौन शोषण की शिकायतों के बीच मोदी सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. महिला और बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने #MeToo के तहत आए मामलों की जांच करने के लिए एक कमेटी गठित करने का ऐलान किया है. वरिष्ठ न्यायविद् और कानून के पेशे से जुड़े लोग इसके मेंबर होंगे और सारे मामलों की जांच करेंगे.

गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों में केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर और सिनेमा जगत की कई हस्तियों के खिलाफ  #MeToo के तहत यौन उत्पीड़न की शिकायतें आई हैं. मेनका गांधी ने इन शिकायतों की जांच के लिए कमेटी का ऐलान किया है. मेनका गांधी ने #MeToo कैंपेन का समर्थन करते हुए ट्वीट किया, "मैं हर शिकायत के पीछे छिपे दर्द और वेदना पर भरोसा करती हूं और कार्यस्थलों पर यौन उत्पीड़न के मामलों को जीरो टॉलरेंस की नीति के साथ निपटाया जाना चाहिए है" मंत्रालय के मुताबिक अगले एक या दो दिनों में कमेटी का गठन हो जाएगा, इसके बाद सभी संबंधित पक्ष आकर अपनी शिकायतें यहां रख सकते हैं.

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मेनका गांधी ने कहा कि ये कमेटी कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न की शिकायतों से निपटने के मौजूद कानूनी पहलुओं और फ्रेमवर्क का अध्ययन करेगी और महिला एवं बाल विकास मंत्रालय को सलाह देगी कि इन्हें और भी कैसे मजबूत किया जा सके. मेनका गांधी ने कहा कि कार्यस्थलों पर महिलाओं का उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि कमेटी के सामने आकर महिलाएं अपनी शिकायत दर्ज करा सकेंगी.

स्वामी ने खोला एमजे अकबर के खिलाफ मोर्चा

वहीं #MeToo खुलासे में फंसे केन्द्रीय मंत्री एमजे अकबर पर अपनी पार्टी के सांसद ने मोर्चा खोल दिया है. बीजेपी सांसद ने मांग की है कि एमजे अकबर के खिलाफ जांच होनी चाहिए. बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने आजतक के साथ बातचीत में कहा कि एमजे अकबर के खिलाफ महिला का बयान ही पहली नजर में सबूत है और इस मामले की जांच होनी चाहिए. सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि उन्होंने इस मामले में खुद भी अफवाहें सुनी हैं.

बता दें कि #MeToo कैंपेन के तहत लगभग 10 पत्रकारों ने केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर पर यौन शोषण का आरोप लगाया है. इसके बाद उनपर इस्तीफे का दबाव बढ़ गया है. इससे पहले आजतक के कार्यक्रम पंचायत आजतक मध्यप्रदेश में केन्द्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने एमजे अकबर का बचाव किया था. नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि एमजे अकबर पर यौन शोषण के सारे आरोप एकतरफा हैं. नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि इस मामले में अकबर की सफाई नहीं आई है. एक बार बयान आ जाए, तभी वे कुछ कह पाएंगे.

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केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने भी गुरुवार को कहा था इस मामले में जिन पर आरोप लगे हैं उन्हें ही सफाई देनी चाहिए. समाचार एजेंसी एएनआई से उन्होंने कहा, "जो सज्जन इस मामले से जुड़े हैं, उन्हें अपनी बात लोगों के सामने रखनी चाहिए." स्मृति ईरानी कहा कि वे इसकी तारीफ करती हूं और उम्मीद करती हूं कि जो महिलाएं अपनी बात सामने ला रही हैं, उन्हें इंसाफ जरूर मिलना चाहिए."

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