साल 2002 में मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में मंत्री रहीं माया कोडनानी को नरोडा पाटिया दंगा मामले में फांसी दिलाने के लिए गुजरात सरकार अपील करेगी. कोडनानी के साथ बजरंग दल के नेता बाबू बजरंगी और 8 अन्य दोषियों के लिए मौत की सजा की मांग की जाएगी.
सहायक सरकारी अभियोजक गौरांग व्यास ने मंगलवार रात बताया, ‘विधि विभाग ने तीन वकीलों की एक समिति बनाई है जिसे हाईकोर्ट में कोडनानी व बजरंगी समेत दोषियों के लिए मौत की सजा की मांग करने के लिहाज से दाखिल करने के लिए अपील तैयार करने को कहा गया है, जिन्हें निचली अदालत ने उम्रकैद की सजा सुनाई है.’
सरकार सात महीने के अंतराल के बाद अपील दाखिल करेगी, जबकि निचली कोर्ट के आदेश को चुनौती देने का नियमानुसार समय तीन महीने है. राज्य सरकार को समय निकलने के कारण अपील दाखिल करने के लिए उच्च न्यायालय से मंजूरी चाहिए होगी.