कोलकाता में बीजेपी की जनचेतना रैली में जमकर गरजे नरेंद्र मोदी. बांग्ला में अपने भाषण की शुरुआत कर वहां पर मौजूद अपने समर्थकों को जमकर लुभाया. फिर अपने चिर परिचित अंदाज में विरोधियों पर जमकर बरसे. इशारों ही इशारों में ममता बनर्जी के परिवर्तन के दावों की हवा निकाली और थर्ड फ्रंट को नसीहत दी कि वे हवा के रुख को पहचाने.
थर्ड फ्रंट के नेता यहां आकर देखें हवा का रुख
नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत में ही थर्ड फ्रंट के नेताओं पर तंज किया. उन्होंने कहा, 'कोलकाता तो कई बार आया हूं. पार्टी की रैलियां भी की. पर ऐसा विशाल जनसागर पहली बार देखा. दिल्ली में जो थर्ड फ्रंट के नेता बैठे हैं. वो जरा हेलीकॉप्टर लेकर आएं देखें कि हवा की लहर किस तरफ चल रही है. पता चल जाएगा. देश की जनता ने फैसला कर लिया है.'
विकास भी, ईमान भी और गरीबों का सम्मान भी
नरेंद्र मोदी ने कहा, 'आने वाले चुनाव ऐतिहासिक होने वाले हैं. सभी राजनीतिक गुरु फेल हो जाएंगे. आजादी के बाद यह पहला चुनाव है जिसे देश की कोई राजनीतिक पार्टी नहीं लड़ रही बल्कि जनता खुद लड़ रही है. चुनाव का एजेंडा, देश की राजनीतिक पार्टियों ने नहीं हिंदुस्तान के सामान्य लोगों ने तय किया है. उनका मानना है कि 60 साल बीत चुके, बहुत हो चुका. अब ये झूठ बर्दाश्त नहीं होगा. बहुत वादे हो गए. पर अब देश इंतजार नहीं करेगा. देश को विकास चाहिए. गरीब को घर चाहिए. बुजुर्गों को दवा चाहिए. गरीब को खाने का अन्न मिले. नौजवान को रोजगार मिलना चाहिए. खेती के लिए पानी चाहिए. देश की जनता यही मांग रही है. लेकिन इन राजनीतिक दलों को सामान्य मानवों की इच्छा पूर्ति की आकांक्षा ही नहीं है. विकास भी, ईमान भी और गरीबों का सम्मान भी, इसी सोच के साथ हम मैदान में उतरे हैं.'
ममता राज में नहीं दिखता है परिवर्तन
पश्चिम बंगाल सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, 'आप लोगों ने पश्चिम बंगाल की सरकार चुनकर लगातार 30 साल से हो रहे शोषण को मुंहतोड़ जवाब दिया. इसके लिए आपको बहुत-बहुत बधाई. आपने इस परिवर्तन के लिए जान लड़ा दी. पर अब सवाल यही उठता है कि क्या परिवर्तन आया है? कोई परिवर्तन दिखाई दे रहा है? नहीं, पश्चिम बंगाल में कोई परिवर्तन नहीं दिखता.'
एक बार BJP को मौका दीजिएः नरेंद्र मोदी
नरेंद्र मोदी ने कहा, 'आज मैं आपसे दिल खोलकर संवाद करना चाहता हूं. सिर्फ हम और आप. यहां आपने परिवर्तन ला दिया है. अब उनसे जवाबदेही पर सवाल कीजिए. विकास हुआ कि नहीं ये पूछिए. हाल में विधानसभा चुनाव भी नहीं होने वाले. पर लोकसभा चुनाव सिर पर हैं. पश्चिम बंगाल के भाग्य बदलने के लिए और सिर्फ यहां की सरकार से नहीं हो पाएगा. आप केंद्र में भी ऐसी सरकार बनाएं जो आपके लिए जवाबदेह हो. मैं भरोसा दिलाता हूं कि काम तेजी से होगा. अगर आप सब की सब लोकसभा सीटें देते हैं तो आपके पास बार-बार आने का मन करेगा. मैं सुराज का वादा करता हूं. इस बार पश्चिम बंगाल की सारे सीटों से बीजेपी को जीत दिलाएं. फिर आपको एक नहीं तिगुना फायदा होगा. राज्य में ममता की सरकार आपका विकास करेगी. केंद्र में मैं आपको सुराज दूंगा और राष्ट्रपति के तौर पर प्रणब मुखर्जी हम सब पर नजर बनाए रखेंगे.'
बंद हो सेकुलरिज्म का राग अलापना
मोदी ने कहा, 'जैसे ही चुनाव नजदीक आते हैं. कुछ राजनीतिक पार्टियां गरीबी की माला जपने लगती हैं तो कुछ गाते हैं धर्मनिरपेक्षता के गीत. इन पार्टियों के लिए मुसलमान सिर्फ एक वोटर है. इतने सालों से खुद को सेकुलरिज्म का ठेकेदार बताने वाली इन पार्टियों ने अल्पसंख्यक का वोट तो लिया पर विकास के नाम पर कुछ नहीं किया. उन पार्टियों से मेरा यही सवाल है कि मुस्लिम होने के नाते हिंदुस्तान के नागरिक के नाते विकास का फल नहीं मिला. उसके साथ गलत व्यवहार हुआ. बस सेकुलर होने का राप अलापा गया.'
प्रणब मुखर्जी के साथ कांग्रेस ने गलत किया!
नरेंद्र मोदी ने कहा, 'कांग्रेस की कूटनीति पर बात जरूरी है. जब श्रीमती
इंदिरा गांधी की हत्या हुई तो सबसे वरिष्ठ मंत्री होने के नाते प्रणब
मुखर्जी को पीएम बनाया जाना चाहिए था पर ऐसा नहीं हुआ. राजीव गांधी को पीएम
बना दिया गया. 1990 में फिर दोबारा चुनाव हुए तो कांग्रेस की जीत हुई पर
इस परिवार को लगा कि कुछ चल रहा है. बाद में जो सरकार बनी उस मंत्रिमंडल से
ही प्रणब मुखर्जी को ही बाहर कर दिया गया. मेरे बंगाल के भाइयों और बहनों
ये भूलना मत. 2004 में बहुत स्वभाविक था. जब सोनिया गांधी ने पीएम बनने से
मना कर दिया तो एक बार फिर वरिष्ठ मंत्री होने के नाते प्रणब मुखर्जी को
पीएम बनाया जाना चाहिए था. लेकिन मौका मनमोहन सिंह को मिला. पर ये सारे
कांग्रेस पार्टी के कारनामे हैं उसे समझने की जरूरत है.'