बीजेपी के पीएम उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को पुणे में बोलते हुए अपने व्यक्तित्व और गुजरात के विकास पर लगे आरोपों का चालाकी से जवाब दिया. उन्होंने कहा कि अगर गुजरात के विकास पर शक है तो सारे 'पॉलिटिकल पंडित' कुछ पैरामीटर बना लें उन पर सारे राज्यों का काम जांच लें.
वह पुणे एयरपोर्ट पर स्वागत समारोह में बोल रहे थे. मोदी ने दावा किया कि इस अध्ययन के नतीजे सामने आने के बाद देश के लोगों को कोई शक नहीं रह जाएगा कि उन्हें बीजेपी को वोट करना चाहिए.
गुजरात के मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि उनके 'कांग्रेस के मित्र' उनके बारे में 'गंध' फैलाते रहते हैं. उन्होंने कहा, 'अगर जनता का साथ, ईश्वर का आशीष और सच्चाई का रास्ता न होता तो वे मेरा जीना भी मुश्किल कर देते.'
गुजरात और मोदी पर उठाए गए कांग्रेस के सवालों का सीधा जवाब न देते हुए मोदी ने कहा, 'दिल्ली में मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री हैं और लोग मोदी से सवाल पूछते रहते हैं. कांग्रेस के मित्र आए दिन गुब्बारे छोड़ते रहते हैं. गुजरात जवाब दे, गुजरात जवाब दे. हम गुजरात में 10-11 महीने पहले ही एग्जाम पास करके आए हैं. तीसरी बार दो तिहाई बहुमत के साथ.'
मोदी ने आरोप लगाया कि यूपीए सरकार के लोग इतने अभिमानी हैं कि लोगों और मीडिया के सवालों का जवाब ही नहीं देते. उन्होंने वादा किया कि केंद्र में बीजेपी की सरकार बनेगी तो बीजेपी हर साल अपना हिसाब जनता के सामने रखेगी. उन्होंने कहा, 'यह लोकतंत्र है. दिल्ली में शासक नहीं, सेवक बैठना चाहिए. दिल्ली में कोई नाथ नहीं हो सकता, सारे दास होने चाहिए जनता-जनार्दन के.'
मोदी का पूरा भाषण इस तरह था
सब प्रकार के मॉडल इस देश ने देख लिए. मैं देश के पॉलिटिकल पंडितों से आह्वान करता हूं, अर्थशास्त्रियों से भी कि एक बार देश में कुछ पैरामीटर पहले तय किए जाएं. उन पैरामीटर्स में किस राज्य की किस दल की सरकार ने क्या किया, उसके नतीजे क्या आए, इसका तुलनात्मक अध्ययन किया जाए. फिर देश की जनता के मनमें सवाल नहीं रहेगा कि बीजेपी को विजयी बनाना चाहिए या नहीं.
जब जब जहां-जहां बीजेपी को सेवा का मौका मिला, हमने किया. देश में एक बार मोरार जी भाई देसाई, एक बार अटल जी पीएम थे. मोरारजी की सरकार में जनसंघ प्रमुख हिस्सेदार थे. देश गवाह है कि यही दो सरकारों का कालखंड ऐसा है जिसमें महंगाई बढ़ने नहीं दी गई थी. गरीब आदमी को खाना मिलता था. लेकिन जब कांग्रेस या उसके समर्थन वाली सरकार बनी, गरीब आदमी को महंगाई की मार से मरना पड़ा. क्या सरकार को जवाब नहीं देना चाहिए? हमें जवाब मांगने का अधिकार है?
सरकार के किसी भी नेता के पिछले भाषण उठा लीजिए. यूपीए का एक भी नेता अपने कार्यकाल में क्या किया, इसका जवाब नहीं दे रहे हैं. हमारे देश के मीडिया के लोग भी उन तक पहुंच नहीं पाते हैं. वे सिर्फ आरोप लगाना जानते हैं. अरे बैठिए भैया, बैठिए. इस काम के लिए आए हो क्या.
कांग्रेस को इतना अहंकार है कि जवाब देने को तैयार नहीं. आजकल फैशन हो गया है कि सरकार मनमोहन की है, लेकिन जवाब मोदी का मांगा जा रहा है.
दिल्ली में बीजेपी की सरकार बनेगी और बीजेपी पांच साल के बाद हर साल अपना हिसाब जनता के सामने पेश करेगी. भाईयों-बहनों, ये लोकतंत्र है. दिल्ली में शासक नहीं, सेवक बैठना चाहिए. दिल्ली में कोई नाथ नहीं हो सकता, सारे दास होने चाहिए जनता-जनार्दन के.
कांग्रेस के मित्र आए दिन गुब्बारे छोड़ते रहते हैं. गुजरात जवाब दे, गुजरात जवाब दे. अभी 10-12 महीने पहले गुजरात में विधानसभा चुनाव हुए. और जो गंध आज फैला रहे हैं, वह पिछले पांच साल से फैला रहे थे. पैसा लगा रहे थे इस काम में. झूठ फैला रहे थे. पांच साल तक यही कारोबार किया. लेकिन गुजरात की जनता बीजेपी सरकार के काम को जानती-समझती थी इसलिए कांग्रेस के मित्रों का एक भी झूठ उनको प्रभावित नहीं कर सका. जनता के हर गिले शिकवे को हमने एड्रेस किया और नतीजा यह आया कि तीसरी बार, दो तिहाई बहुमत के साथ....
कांग्रेस के मित्रों, हम तो अभी 10 महीने पहले ही एग्जाम दे चुके हैं. अपने काम का हिसाब हम कर चुके हैं. इसलिए गुजरात के नाम का झूठ फैलाने से कुछ नहीं पाओगे. मैं यूपीए सरकार से सवाल पूछता हूं, कि आपने 100 दिन में ये करेंगे-वो करेंगे का वादा राष्ट्रपति के स्वमुख से बुलवाया गया था. लेकिन आप तो वह 100 महीनों में भी नहीं कर पाए. झूठे वादे करने वालों को एक पल भी दिल्लीमें रहने का हक नहीं. उन्होंने 100 दिन में महंगाई कम करने का वादा किया था. महंगाई बढ़ी? महंगाई घटी?
ऐसी आंधी आई है कि कांग्रेस का बचना मुश्किल है. कांग्रेस के लोग आए दिन कीचड़ उछाल रहे हैं. मुझ पर तो 12 साल से जैसे वन पॉइंट प्रोग्राम चला रहे हैं. कोई दिन ऐसा नहीं जब इन्होंने मुझ पर जुल्म न किए हों. ईश्वर ने मुझे ताकत और संस्कार न दिए होते तो ये मेरा जीना मुश्किल कर देते. आज जिंदा हूं आपके सामने खड़ा हूं तो ईश्वर का आशीर्वाद, जनता का प्यार और सच्चाई का रास्ता है.
मुझे सवा सौ करोड़ देशवासियों पर भरोसा है. इसलिए कहता हूं भाइयों बहनों, जिएंगे तो भी आपके लिए और जरूरत पड़ी तो मरेंगे भी आपके लिए. भाइयों बहनों, हिंदुस्तान में बहुत सामर्थ्य है. दुनिया का सबसे युवा देश है.
लेकिन दिल्ली की सरकार ने न युवाओं को हुनर दिया न रोजगार. किसान को पानी नहीं. माताएं-बहनें असुरक्षित हों. दिल्ली नगरी बलात्कार के नाम पर पहचानी जाए. वहां की मुख्यमंत्री महिला, कांग्रेस अध्यक्ष महिला, तब भी महिलाएं सुरक्षित नहीं, यह देश किसके भरोसे चलेगा.
सवा सौ करोड़ नागरिकों के सपने हैं. आकांक्षाएं हैं. ये सपने भारत को आगे ले जा सकते हैं. आपने मेरा सम्मान-स्वागत किया. आपका आभारी हूं
भारत माता की जय
भारत माता की जय