देश के प्रधानमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी जब शपथ ले रहे थे तो उस समय देश-विदेश की तमाम बड़ी हस्तियां वहां मौजूद थीं. लेकिन इनमें एक चाय वाला भी था. आपको मिलवाते हैं डॉ. शहजाद इब्राहिमी उर्फ मामू से जो दिल्ली की जवाहर लाल यूनिवर्सिटी में चाय बेचने की वजह से मशहूर हैं. मामू पढ़े-लिखे हैं, बाकायदा पीएचडी हैं. फिर भी यूनिवर्सिटी में ढाबा चलाते हैं.
तमाम वीआईपी लोगों के साथ मोदी के शपथ ग्रहण का न्योता उन्हें भी मिला था. उन्हें उम्मीद है कि मोदी अपने कार्यकाल में
फिर किसी PHD किए हुए मामू को पैदा नही होने देंगे. उन्हें मोदी से उम्मीद है की ये देश से बेरोजगारी को ख़त्म कर युवाओ के
लिए रोजगार के अवसर देंगे.
चुनाव प्रचार में मोदी को चाय वाला बताकर बीजेपी ने 'नमो टी स्टॉल' लगा कर आम आदमी से जुड़ने की कोशिश की थी और अब एक चाय वाले को शपथ ग्रहण समारोह में बुलाकर मोदी ने एक और संदेश देने की कोशिश की है.