सरदार पटेल की प्रतिमा की आधारशिला रखने के मौके पर नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री और उनकी पार्टी को धर्मनिरपेक्षता की पाठ पढ़ाई. अपने संबोधन में विरोधियों को जमकर कोसा. इसके जवाब में कांग्रेस ने कहा है कि न इतिहास का ज्ञान, न भूगोल का ध्यान, न मर्यादा का मान. ऊपर से लेकर नीचे तक केवल अभिमान ही अभिमान.
कांग्रेस प्रवक्ता अजय माकन ने कहा कि मैं महात्मा गांधी की पार्टी का होने के नाते ये भी कह सकता हूं कि इनको भी सम्मति दे भगवान!
इसके अलावा कांग्रेस ने बीजेपी और आरएसएस के ऊपर 'अभिव्यक्ति की आजादी' पर प्रहार करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, 'एक महिला पत्रकार ने 8 अक्टूबर को आरएसएस पर सरदार पटेल के विचारों के संबंध में अंग्रेजी अखबार में लेख लिखा था. लेकिन इसके बाद से उन्हें जान से मारने की धमकियां दी जा रही है.'
उन्होंने कहा, 'उस महिला पत्रकार द्वारा आरएसएस पर लिखा गया वो लेख तथ्यों और तर्कों पर आधारित था. इसके बावजूद उन्हें धमकी भरे कॉल आ रहे हैं. क्या यही संस्कृति बीजेपी और मोदी के समर्थक इस देश के अंदर लाना चाहते हैं.'
अजय माकन ने कहा, 'एक तरफ तो सरदार पटेल की प्रतिमा की आधारशिला रखी जाती है. दूसरी तरफ मोदी और उनकी पार्टी के कार्यकर्ता व संघ इस देश की आधारशिला पर प्रहार कर रहे हैं. कई बार तो ऐसा लगता है कि अभी ये विपक्ष में हैं तो लोगों की विचारों की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर चोट करते हैं. अगर ये सत्ता में आ जाएंगे तो पता नहीं क्या करेंगे.'