मिशन 2014 के मद्देनजर गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को हैदराबाद में हुंकार भरी. मोदी ने सरकार की विदेश नीति और आतंरिक सुरक्षा को कटघरे में खड़ा किया. उन्होंने LoC पर पाकिस्तानी हमलों को लेकर केंद्र सरकार पर हमला किया तो किश्तवाड़ में हुई हिंसा का भी जिक्र किया. मोदी ने खासकर युवाओं में जोश भरा और कांग्रेस मुक्त भारत के निर्माण में भूमिका निभाने को कहा. नरेंद्र मोदी ने यह भी साफ कर दिया कि सरकार की उनकी कल्पना क्या है.
पाकिस्तान को लेकर केंद्र पर बरसे मोदी
सबसे पहले मोदी ने अपने ही अंदाज में भाषण शुरू किया और लोगों का शुक्रिया अदा किया. मोदी ने पहले पाकिस्तान की बात की, उन्होंने कहा, 'केंद्र सरकार से पूछता हूं मैं कि पाकिस्तान की हिमाकत पर वो नरम क्यों है? जब जवानों के सिर काटे गए तो केंद्र ने वादा किया था कि फिर से ऐसा नहीं होने देंगे, फिर क्यों हुआ? पाकिस्तान जुल्म पर जुल्म करता जा रहा है. सवा सौ करोड़ लोगों का देश सब झेल क्यों रहा है?'
तस्वीरों में देखें नरेंद्र मोदी की इस रैली की झलकियां
किश्तवाड़ की घटना को छोटी न समझें
मोदी ने किश्तवाड़ हिंसा की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि इस सप्ताह एक के बाद एक घटनाएं जो घटी हैं, वे खतरनाक हैं. किश्तवाड़ में कितने लोगों को मारा गया, घर जलाए गए, दुकानें तोड़ दी गईं. कश्मीर घाटी में तीन दशक से जो खेल चल रहा है, किश्तवाड़ में कहीं उसी का नतीजा तो नहीं है. मोदी ने कहा कि किश्तवाड़ की घटना छोटी नहीं है. यह बड़ी साजिश की शुरुआत हो सकती है. मोदी ने जेटली को किश्तवाड़ जाने से रोकने को गलत करार देते हुए कहा कि जुल्म की कथा को छुपाने के लिए वहां की सरकार ने जम्मू एयरपोर्ट पर जेटली को डिटेन किया.
सरकार पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा, 'देश का भरोसा टूटा है, यह सरकार सुरक्षा नहीं दे पा रही है. वोट बैंक की राजनीति में डूबी है दिल्ली की सल्तनत. बांग्लादेश के घुसपैठियों के खिलाफ सरकार ने बीएसएफ को शस्त्र प्रयोग करने से रोक दिया है. उनसे कहा है कि यदि घुसपैठिए तुम से ज्यादा ताकतवर हैं, उनके पास ज्यादा हथियार हैं तो उनसे झगड़ा न करें, उन्हें अंदर आने दें. सरकार ने फौजियों को ऐसे निर्देश दिए हैं.'
चीनी घुसपैठ पर सरकार के रवैये से मोदी हैरान
अगर बात हो राष्ट्रीय सुरक्षा की तो मोदी भला चीन की ज्यादतियों का जिक्र क्यों न करते. नरेंद्र मोदी ने कहा कि चीन तो घुसपैठिया था, उसे अपनी धरती पर जाना ही था. पर केंद्र सरकार ने चीन के साथ ऐसा समझौता किया कि चीन तो वापस गया ही, हमारी सेना भी अपनी जगह से पीछे हट गई. मोदी ने कहा कि इससे बड़ी हैरानी हुई.
मोदी बोले- डूब मरो, डूब मरो
नरेंद्र मोदी ने विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद को भी आड़े हाथों लिया. मोदी ने कहा, 'जब विदेश मंत्री चीन गए और चीन से बात की तो उन्होंने आंख दिखाने की बजाय उनसे कहा कि बीजिंग बहुत अच्छी जगह है, अच्छा शहर है और यहां रहने को मन करता है. डूब मरो, डूब मरो. यह तो लोगों के जले पर नमक छिकड़ने जैसा है.'
नरेंद्र मोदी ने इसके बाद पाकिस्तान द्वारा भारतीय जवानों के सिर काटे जाने की घटना के बाद का जिक्र किया. मोदी ने कहा कि विदेश मंत्री पाकिस्तान के मेहमानों को बिरयानी खिलाते हैं और और कहते हैं कि यह प्रोटोकोल है. मोदी ने सवाल उठाया कि यह कैसा प्रोटोकोल? इसके बाद मोदी ने इटली के मरीन्स द्वारा भारतीय मछुआरों की हत्या की घटना और उसके बाद के पूरे घटनाक्रम को याद करते हुए सरकार को कोसा.
नौजवान देश के लिए चिंतित और मैं नौजवानों के लिए
बीजेपी की प्रचार समिति के अध्यक्ष नरेंद्र मोदी ने कहा, 'ये घटनाएं (पाकिस्तान, चीन और इटली) इसलिए बता रहा हूं, क्योंकि सरकार किसी मसले पर गंभीर नहीं है. उसे देश की चिंता नहीं है्. देश के नौजवानों को हिंदुस्तान की चिंता हो रही है
, मुझे मेरे देश के नौजवानों की चिंता है.'
गुजरात से भी आगे निकलें तेलंगाना और सीमांध्र
मोदी ने कहा, 'मैं छोटा आदमी हूं, आज गुजरात से आया हूं. आप सभी से प्रार्थना करता हूं कि कांग्रेस कितने भी खेल क्यों न खेले, आप अपने भाईयों से नहीं टकराएं. मां के दूध में दरार नहीं होनी चाहिए. हम भाई हैं, भाई की तरह रहें. गुजरात में 4 लाख तेलुगू भाई-बहन रहते हैं. हम प्यार से जीते हैं, साथ-साथ रहते हैं.' मोदी ने कहा कि उनका सपना है कि आंध्र प्रदेश गुजरात से भी आगे निकले, तेलंगाना भी गुजरात से आगे निकले, सीमांध्र भी पूरी तरह विकसित हो. और यह सब संभव है विकास की बदौलत.
ऐसी है मोदी की सरकार की कल्पना
मोदी ने कहा कि यदि उन्हें सरकार बनाने का मौका मिला तो सरकार का प्रारूप कैसा होगा, यह भी बताना चाहते हैं. मोदी बोले, 'सरकार का एक ही मजहब होता है- इंडिया फर्स्ट. सरकार का एक ही धर्मग्रंथ होता है- भारत का संविधान. सरकार की एक ही भक्ति होती है- भारत भक्ति. सरकार की एक ही शक्ति होती है- कोटि कोटि जनशक्ति. सरकार की एक ही पूजा है- सवा सौ करोड़ लोगों की भलाई. सरकार की एक ही कार्यशैली होनी चाहिए- सबका साथ, सबका विकास.
मोदी ने दिया मंत्र: येस वी कैन डू, येस वी विल डू
नरेंद्र मोदी ने पहले कहा कि कांग्रेस मुक्त भारत के निर्माण में सहयोग दें और इसके बाद लोगों में जोश भरते हुए कहा, 'मैं आपसे अपील करता हूं कि जो मैं बोलूंगा, आप भी वही बोलें.' इसके बाद मोदी बोले, 'येस वी कैन डू, येस वी विल डू, येस वी कैन डू, येस वी विल डू.' अर्थात हम कर सकते हैं, हम करके दिखाएंगे. इसी के साथ मोदी ने अपना भाषण खत्म किया.
येस वी कैन. शायद आपको ये नारा याद होगा. पांच साल पहले बराक ओबामा के इस नारे ने अमेरिका पर जादू कर दिया था. आज इसी नारे के साथ नरेंद्र मोदी ने मिशन 2014 की शुरुआत की. मोदी ने कहा, 'येस वी कैन, यस वी वील डू'. अब सवाल ये कि क्या ओबामा की तरह मोदी भी इतिहास रच पाएंगे.
जिस नारे की नैया पर बराक ओबामा अमेरिकी राष्ट्रपति की कुर्सी तक पहुंचे, 5 साल बाद उसी नारे को जिंदा करके नरेंद्र मोदी शायद प्रधानमंत्री की कुर्सी तक पहुंचना चाहते हैं. मोदी एक्सप्रेस जब हैदराबाद से दिल्ली की ओर चली तो मोदी ने ओबामा के नारे को बुंलद किया, पूरे जोश के साथ- कहा यस वी कैन.
ओबामा के नारे ने 2008 में अमेरिका में जादू कर डाला था. युवाओं के सिर चढ़कर बोल रहा था जीत का यह मंत्र. देखते ही देखते पूरा अमेरिका ओबामा के सुर में सुर मिला रहा था और बोल रहा था यस वी कैन. येस वी कैन ने ओबामा को राष्ट्रपति की कुर्सी तक पहुंचा दिया था, अब देखना यह होगा कि क्या मोदी भी अपने लक्ष्य को इस नारे की बदौलत भेद पाते हैं या नहीं.
रुपये की कीमत और वित्त मंत्री की उम्र एक समान
नरेंद्र मोदी ने सरकार पर गिरते रुपये को लेकर भी हमला किया. मोदी ने कहा कि जब देश आजाद हुआ था तो एक रुपया एक डॉलर के बराबर था. आज वित्त मंत्री की उम्र और डॉलर के मुकाबले रुपये की कीमत लगभग एक-समान है.
मोदी ने एक उदाहरण दिया कि पिछले साल में भारत से बाहर विदेशों में पढ़ने के लिए जो लोग गए हैं, उन्होंने 1 लाख 20 हजार करोड़ रुपया चुकाया है. यह रुपया तो विदेशों में गया ही है. इसे रोका जा सकता था यदि देश में बेहतर शिक्षा व्यवस्था होती.
मोदी बोले कि आंध्र प्रदेश दवा निर्माण में काफी आगे है. लेकिन दवा लिखने के लिए देश में डॉक्टर नहीं हैं. डॉक्टर ही नहीं हैं तो बीमारी कैसे दूर होगी. कांग्रेस ने ऐसी विरासत दी है कि पढ़ने को शिक्षा नहीं है, बीमार को दवा नहीं है, भूखे को रोटी नहीं है. देश में 65 प्रतिशत जनसंख्या 35 साल के नीचे है, पर उनके पास काम नहीं है.
स्टेडियम में भीड़ देख गदगद हुए मोदी
रैली में भारी भीड़ मौजूद थी. बताया गया है कि एक लाख से ज्यादा लोग स्टेडियम के अंदर मौजूद थे. नरेंद्र मोदी जैसे ही मंच पर आए, उनके समर्थन में जबरदस्त नारेबाजी हुई. जाहिर है किसी दक्षिण राज्य की रैली में इतनी भीड़ देखकर नरेंद्र मोदी काफी खुश नजर आए.
इससे पहले एयरपोर्ट पर भी नरेंद्र मोदी का जोरदार स्वागत किया गया. विकास के रथ पर सवार मोदी कांग्रेस मुक्त भारत का नारा लेकर जनता के बीच पहुंचे थे. बीजेपी नेता मोदी विशेष विमान से सुबह 10 बजे के थोड़ी ही देर बाद बेगमपेट हवाई अड्डे पर पहुंचे. यहां भाजपा की राज्य इकाई के अध्यक्ष जी. किशन रेड्डी और वरिष्ठ नेता बंदारू दत्तात्रय, विद्यासागर राव और अन्य ने उनका स्वागत किया.
मोदी के भाषण की अन्य मुख्य बातें-
- कांग्रेस देश के लिए बोझ बन गई है.
- एनटीआर को याद करना चाहता हूं. एनटीआर ने देश की बहुत सेवा की थी. एनटीआर के प्रयासों से केंद्र में कांग्रेस विरोधी सरकार बनाई जा सकी थी. एनटीआर को उच्चतम श्रद्धांजलि कांग्रेस मुक्त भारत के निर्माण से हो सकती है.
- देश में कांग्रेस मुक्त भारत की हवा बन चुकी है. देश ने कांग्रेस मुक्त भारत का सपना देखा है. सब किसान और युवा मिलकर इसे सच करने वाले हैं.
- पहले घी की दुकान पर 'शुद्ध घी' लिखा बोर्ड नहीं लगाना पड़ता था. क्योंकि घी शुद्ध ही होता था, पर आज ऐसा नहीं है. पहले गरीब की थाली में रोटी पहुंचती थी, उसे छीन लिया गया है.
- एनडीए को फूड सिक्योरिटी देने की जरूरत इसलिए नहीं पड़ी, क्योंकि तब सबकी थाली में रोटी पहुंचती थी.
कांग्रेस ने गरीब की थाली से रोटी छीन ली है और राजनीति चमकाने के लिए फूड सिक्योरिटी की बात कर रही है.
- जल हो, थल हो, नभ हो, कांग्रेस ने हर जगह भ्रष्टाचार किया है.
- काला धन वापस लाने के लिए आडवाणी जी देशभर में घूमे, सरकार से अपील की. लेकिन सरकार ने उनकी नहीं सुनी.
- सरकार को काला धन वापस लाने में क्या परेशानी है? कांग्रेस ने आडवाणी की मांग को ठुकरा दिया. इसलिए सवाला उठता है काला धन है किसका?
- स्किल डेवलपमेंट आज की तारीख में प्राथमिकता बन चुका है. आंध्र प्रदेश में कोई स्किल डेवलपमेंट नहीं है. आंध्र प्रदेश के पड़ोस में तमिलनाडु ने स्किल डेवलपमेंट के क्षेत्र में बहुत काम किया है, आंध्र सरकार उनसे सीख सकती है.
- छत्तीसगढ़ में पब्लिक डिस्ट्रीब्यूटर सिस्टम बहुत अच्छा है्. मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने बेहद अच्छा काम किया है. कांग्रेस के नेता उनसे सीखें.
- मध्य प्रदेश के शिवराज सिंह से सीखा जाना चाहिए कि बेटियों को सम्मान कैसे दिया जाए.
- कांग्रेस ने मानव की भलाई में कुछ नहीं किया है.