पीएम उम्मीदवार की कमान मिलने के बाद नरेंद्र मोदी पहली बार कैमरे पर लालकृष्ण आडवाणी के साथ दिखे. राम जेठमलानी की बर्थ-डे पार्टी में दोनों थे. लेकिन ऐसा लगा, जैसे मिलना नहीं चाहते.
मौका राम जेठमलानी के 90वें जन्मदिन का था. पार्टी में बीजेपी के लालकृष्ण आडवाणी और नरेंद्र मोदी दोनों पहुंचे हुए थे. रिश्तों की औपचारिकता निभाई गई. नए पीएम इन वेटिंग ने पुराने वाले को पैर छूकर प्रणाम किया. लेकिन पितामह गुस्सा दिखे.
मोदी ने मौके को भांप लिया. दोनों के बीच जो दीवार थी, उसे कायम रखा. राम जेठमलानी को बीच में बैठा लिया. करीब 20 मिनट तक तीनों उसी तरह बैठे रहे. एक तरफ मोदी, एक तरफ आडवाणी, बीच में थे जेठमलानी.
डेढ़ फीट की दूरी मानो डेढ़ योजन की खाई बनी हुई थी. नजरें चुराकर मोदी ने तो एक-दो बार झांकने की कोशिश भी की. लेकिन आडवाणी ने ऐसा मुंह फेरा था कि मानो इशारों में कह रहे हों कि अब इस रिश्ते में गुंजाइश नहीं.
पार्टी चलती रही. बीच में ही आडवाणी उठे, राम जेठमलानी से इजाजत ली. मोदी को हल्के से बाय किया और चल दिए. जाते-जाते दो पंक्तियां छोड़ गए कि ना जी भर के देखा, ना कुछ बात की. ऐसा लगा मानो नहीं थी आरजू मुलाकात की.