बीजेपी के पीएम कैंडिडेट नरेन्द्र मोदी का वाराणसी से लोकसभा चुनाव लड़ना तय है. उस सीट के दावेदार मुरली मनोहर जोशी कानपुर से लड़ने को तैयार हो गए हैं.
एक अंग्रेजी समाचार पत्र ने यह खबर दी है. पत्र के मुताबिक उनका नाम शनिवार को जारी होने वाली सूची में नहीं होगा. मोदी इसके अलावा अहमदाबाद पूर्व सीट से भी लड़ेंगे. गांधीनगर से लाल कृष्ण आडवाणी का लड़ना भी तय माना जा रहा है.
पत्र ने यह भी लिखा है कि अंतिम क्षणों में कुछ बदलाव भी हो सकते हैं. लेकिन फिलहाल यह तय दिख रहा है कि मोदी उत्तर प्रदेश से चुनाव लड़ेंगे ही.
समझा जा रहा है कि उत्तर प्रदेश की सीटों के बारे में शनिवार को कुछ खास बड़ी घोषणाएं नहीं होंगी. यह भी संभव है कि बीजेपी अपने हेवीवेट नेताओं के नाम और उनकी सीटों के बारे में अभी कुछ घोषित ना करे. उनके नाम 13 मार्च को ही घोषित किए जाएंगे.
सूत्रों ने बाताया कि मोदी को उत्तर प्रदेश से लड़ाने के पीछे पार्टी की मंशा वहां बीजेपी को और मजबूती प्रदान करना है. वाराणसी की सीट बीजेपी के लिए उत्तर प्रदेश में बहुत महत्वपूर्ण है. मोदी के उत्तर प्रदेश से खड़े होने से पार्टी को जबर्दस्त सहारा मिलेगा. 80 सीटों वाले राज्य उत्तर प्रदेश की अगली सरकार बनाने में बड़ी भूमिका होगी. वहां मोदी के खड़े होने से पूर्वी उत्तर प्रदेश की 28 सीटों में पार्टी की स्थिति मजबूत हो जाएगी.
आरएसएस अब पार्टी में धीरे-धीरे ओल्ड गार्ड को किनारे लगाने में जुटा हुआ है. वह चाहता है कि पार्टी में नए नेताओं की जगह बने. हालांकि बीजेपी के पुराने दिग्गज इसका विरोध कर रहे हैं. फिर भी मोदी का वाराणसी सीट से खड़ा होना इसी कड़ी में माना जाएगा.