छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और राजस्थान में कांग्रेस द्वारा उठाया गया किसानों की कर्जमाफी का मुद्दा मास्टरस्ट्रोक साबित हुआ, तीनों ही राज्य में कांग्रेस ने बड़ी जीत हासिल की. अब 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव को देखते हुए भारतीय जनता पार्टी बैकफुट पर है. सूत्रों की मानें तो अब केन्द्र सरकार भी किसानों के लिए किसी बड़ी योजना का ऐलान कर सकती है. केंद्र सरकार किसानों को बड़ी छूट देने के मूड में दिख रही है.
इस मसले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह, वित्त मंत्री अरुण जेटली और कृषि मंत्री राधामोहन सिंह के साथ बुधवार को बैठक की. ये बैठक प्रधानमंत्री आवास पर शाम 6.30 बजे से लेकर 9 बजे तक चली. बताया जा रहा है कि इस ढाई घंटे की बैठक में किसानों से जुड़े मुद्दे और कर्जमाफी पर विस्तार से चर्चा हुई.
विधानसभा चुनाव में था अहम मुद्दा
आपको बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी लगातार केन्द्र सरकार को किसानों की कर्जमाफी के मुद्दे पर आड़े हाथों लेते आए हैं. विधानसभा चुनाव के दौरान भी राहुल गांधी ने वादा किया था कि अगर उनकी सरकार बनती है तो 10 दिन में किसानों का कर्ज माफ कर देंगे.
राहुल ने साधा था पीएम पर निशाना
राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश की कांग्रेस सरकारों ने शुरुआती दो दिन में कर्ज माफ किया. जिसपर कांग्रेस प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लगातार कटघरे में खड़ा कर रही है. राहुल गांधी ने आरोप लगाया है कि केन्द्र सरकार ने उद्योगपतियों का कर्ज माफ कर दिया, लेकिन किसानों का नहीं.
आपको बता दें कि पिछले कुछ दिनों में देश के कई हिस्सों में किसान आंदोलनों ने तेजी पकड़ी है. महाराष्ट्र में किसानों ने पुणे से लेकर मुंबई तक मार्च निकाला और उसके बाद दिल्ली में एक बड़ा मार्च हुआ, जिसके बाद से ही ये मुद्दा बड़ा होता गया है.