प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी म्यांमार की राजधानी में ईस्ट एशिया समिट में शिरकत कर रहे हैं. समिट से अलग भी वे दुनिया के कई नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं.
भारत ने अमेरिका के साथ खाद्य सुरक्षा को लेकर एक अहम समझौता किया है. केंद्रीय वाणिज्य मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि भारत और अमेरिका ने WTO में खाद्य सुरक्षा के मुद्दे पर गतिरोध को हल कर लिया है.
निर्मला सीतारमण के मुताबिक, भारत का प्रस्ताव अब WTO की आम परिषद के अनुमोदन के लिए जाएगा. अमेरिका भारत के इस प्रस्ताव का समर्थन करेगा. भारत ने इस समझौते को एक सकारात्मक कदम बताया है.
India and US successfully resolve differences on public stockholding issue for food security purposes in #WTO. http://t.co/oxqeLSzkXS
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फिलिपींस के राष्ट्रपति बेनिग्नो एक्विनो तृतीय से भी अलग से मुलाकात की है.
PM meets the President of the Philippines, Benigno Simeón Cojuangco Aquino III, in #Myanmar pic.twitter.com/vbYNcqjAFK
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Prez Aquino of Philippines assures PM @narendramodi that internal process for signing ASEAN-India FTA well underway pic.twitter.com/G0SsBWfAtP
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ईस्ट एशिया समिट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि धर्म और आतंकवाद के बीच किसी तरह का रिश्ता जोड़ना गलत है. उन्होंने कहा कि दुनियाभर के देशों को हर तरह के आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होकर जवाब देना चाहिए.
नरेंद्र मोदी ने कहा कि दुनियाभर में आतंकवाद की घटनाओं में इजाफा हो रहा है. उन्होंने कहा कि आतंकवाद कालाधन और ड्रग्स की तस्करी से भी गहराई से जुड़ा हुआ है.
मोदी ने चीन पर परोक्ष रूप से टिप्पणी करते हुए कहा, 'यह ग्लोबलाइजेशन व एक-दूसरे पर निर्भरता का दौर है. ऐसे में अंतरराष्ट्रीय नियमों को मानने के अलावा और कोई विकल्प नहीं है. दक्षिण चीन सागर में शांति के लिए हमें अंतरराष्ट्रीय नियमों को मानने की जरूरत है.'
PM मोदी ने कहा कि आसियान की कामयाबी एशिया-प्रशांत क्षेत्र में शांति के लिए प्रेरक साबित हो सकती है. उन्होंने कहा कि हमें इस्लामिक स्टेट पर ईस्ट एशिया समिट की घोषणापत्र को पूरा समर्थन देना चाहिए.
तीन देशों की 10 दिवसीय यात्रा पर निकले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीसरे दिन गुरुवार को सुबह करीब 8 बजे रूस के प्रधानमंत्री दिमित्री मेदवेदेव से मुलाकात की. मोदी ने मेदवेदेव से मिलकर उम्मीद जताई कि दोनों देशों के बीच रिश्ते मजबूत होंगे.
PM Shri @narendramodi being greeted by Myanmar President, U Thein Sein at East Asia Summit Session in Nay Pyi Taw pic.twitter.com/sKMAMIhS6w
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World leaders at the East Asia Summit. pic.twitter.com/1w4Vnl43lV
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Happening Now. PM @narendramodi addressing East Asia Summit (EAS) - 17 other leaders in room. Follow highlights. pic.twitter.com/zn0K1j7RAy
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म्यांमार की राजधानी ने प्यी टॉ में आसियान सम्मेलन में हिस्सा लेने आए मोदी इससे पहले बुधवार को अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबाम से भी मिले. हालांकि दोनों नेताओं की यह अनौपचारिक मुलाकात थी, लेकिन ओबामा ने इस दौरान गर्मजोशी से पीएम से हाथ मिलाया और कहा, 'यू आर द मैन ऑफ एक्शन'. तीन देश 10 दिन, ये है मोदी का टूर प्लानOur federal units (states/regions) need to cooperate more- PM @narendramodi pitch reasonates with Russian PM Medvedev pic.twitter.com/mL8jgK3jvT
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म्यांमार के दौरे के तीसरे दिन भी पीएम नरेंद्र मोदी का कार्यक्रम बेहद व्यस्त है. मोदी गुरुवार को रूस के प्रधानमंत्री से मुलाकात के बाद दोपहर सवा तीन बजे चीन के प्रधानमंत्री ली केकियांग से मिलेंगे. पीएम शाम में इंडोनेशिया और लाओस के राष्ट्राध्यक्ष से भी मुलाकात करेंगे.
गुरुवार रात 8 बजकर 30 मिनट पर प्रधानमंत्री मोदी म्यांमार से ऑस्ट्रेलिया के लिए उड़ान भरेंगे. ऑस्ट्रेलिया में मोदी जी-20 सम्मेलन में हिस्सा लेंगे, जहां उनकी अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा से औपचारिक मुलाकात हो सकती है. ऑस्ट्रेलिया में मोदी 4 दिनों तक रहेंगे और वहां भारतीय समुदाय को भी संबोधित करेंगे.
इससे पहले बुधवार को मोदी ने आसियान सम्मेलन को संबोधित किया और दुनियाभर से आए नेताओं को भारत की नीतियों और आकांक्षाओं से अवगत कराया. मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि एशिया का भविष्य शानदार है, लेकिन चुनौतियां भी हैं. विकास तभी संभव है जब इलाके में शांति और स्थिरता रहे.