सउदी अरब के साथ संबंधों को नई गति देने के इरादे से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को वहां के शाह सलमान बिन अब्दुल अजीज से मुलाकात की. उन्होंने अजीज के साथ व्यापार, निवेश बढ़ाने और आतंकवाद की नकेल कसने सहित सामरिक सहयोग बढ़ाने समेत तमाम मुद्दों पर चर्चा की.
PM Narendra Modi and King Salman bin Abdulaziz meet in Riyadh, Saudi Arabia, earlier today #ModiInSaudiArabia pic.twitter.com/KtVQpcVOuG
— ANI (@ANI_news) April 3, 2016
दोनों मुल्कों के बीच 5 MoU पर हस्ताक्षर भी किए गए. इनमें भारत और सऊदी अरब के बीच श्रम सहकारिता, निवेश संवर्धन सहयोग के साथ ही हस्तशिल्प के क्षेत्र में सहयोग को लेकर समझौता हुआ है. इसके अलावा मनी लॉन्ड्रिंग से संबंधित खुफिया के आदान-प्रदान में सहयोग, आतंकवाद के वित्तपोषण और संबंधित अपराध को लेकर भी करार किया गया है.
उर्जा संसाधनों से संपन्न सउदी अरब भारत को कच्चे तेल का सबसे बड़ा आपूर्तिकर्ता है. वह भारत के कुल आयात की 20 फीसदी जरूरतों को पूरा करता है. इसे देखते हुए दोनों पक्षों ने इस क्षेत्र में सहयोग को और व्यापक बनाने पर चर्चा की. दो दिवसीय यात्रा पर शनिवार को पीएम मोदी के रियाद पहुंचने पर उनका रायल कोर्ट में भव्य स्वागत किया गया.
दो दशकों में मजबूत हुए भारत-यूएई के रिश्ते
बीते सात महीने में पीएम मोदी की खाड़ी क्षेत्र की यह दूसरी यात्रा है. यह क्षेत्र भारत के लिए सामरिक महत्व का है, जहां देश के 80 लाख लोग रहते हैं. यूएई भारत की उर्जा सुरक्षा की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है. बीते साल वह अगस्त महीने में संयुक्त अरब अमीरात की यात्रा पर गए थे. सउदी अरब का उर्जा क्षेत्र में भारत के साथ सहयोग बढ़ने के साथ दोनों देशों के रिश्ते पिछले दो दशकों में लगातार बढ़ते रहे हैं.
निवेश के लिए सबसे सही देश है भारत
शाह के साथ बातचीत से पहले सउदी अरब के विदेश मंत्री अब्देल अल जुबैर ने प्रधानमंत्री मोदी के साथ मुलाकात कर आपसी हितों के विषयों पर चर्चा की. वहां के स्वास्थ्य मंत्री और सउदी अरब की राष्ट्रीय तेल कंपनी अरामको के प्रमुख खालिद ए अल फलीह ने भी मोदी से मुलाकात की. उन्होंने प्रधानमंत्री से कहा कि अरामको भारत को निवेश के लिए सबसे सही देश के रूप में देखता है.
PM Narendra Modi meets Saudi Foreign Minister Adel al-Jubeir in Riyadh, Saudi Arabia pic.twitter.com/VDFORXQ9ho
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आगे नहीं रहेगी एनपीए की दिक्कत
सउदी अरब के 30 सीईओ और भारतीय उद्योगपतियों से बातचीत करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि केंद्र ने राज्य सरकारों के साथ मिलकर बैंकों के बिजली क्षेत्र में फंसे कर्ज को लेने का काम किया है. उन्होंने कहा कि हम अब निजी कंपनियों के साथ बातचीत कर रहे हैं. उस पर भी हमने तेजी से प्रगति की है. इसीलिए निकट भविष्य में एनपीए यानी फंसे कर्ज का मुद्दा कोई समस्या नहीं होगा.
सुल्तान सलमान को भारतीय शिक्षक ने पढ़ाया
पीएम मोदी ने कहा कि कई विदेशी बैंक भारत में काम कर रहे हैं और आने वाले समय में जो भी जरूरत होगी, सरकार करेगी. उन्होंने कहा कि भारत और सउदी अरब पुराने मित्र हैं और कहा कि दोनों सुनहरे भविष्य के लिए साहसिक नए कदम उठाने को तैयार हैं. मोदी ने कहा कि भारत अनूठी स्थित में है जहां लोकतंत्र, युवा आबादी और मांग का मेल है और तरक्की को गति देने के लिए कई नीतिगत पहल की गई है. संबंधों में मजबूती पर जोर देते हुए पीएम मोदी ने सुल्तान सलमान की इस बात को याद किया कि उन्हें एक भारतीय शिक्षक ने पढ़ाया है.
भारत में स्वास्थ्य पर्यटन के अपार मौके
उन्होंने कहा कि भारत में चिकित्सा उपकरणों के विनिर्माण में निवेश के लिए शानदार मौके हैं. भारत का स्वास्थ्य क्षेत्र वैश्विक रूप से लागत प्रतिस्पर्धी है और यह स्वास्थ्य पर्यटन के लिए अपार अवसर की पेशकश करता है. उन्होंने दोनों देशों के बीच आर्थिक संबंधों को निर्यात और आयात के संबंध से उपर ले जाते हुए इसे प्रौद्योगिकी स्थानांतरण और साझा निवेश के स्तर पर ले जाने का आह्वान किया है.
PM Narendra Modi meets Saudi Arabian Health Minister Khalid A. Al-Falih in Riyadh, Saudi Arabia pic.twitter.com/voHxxaYLDb
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