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PM मोदी बोले- सर्जिकल स्ट्राइक को जुमला स्ट्राइक कहना शहादत का अपमान

अविश्वास प्रस्ताव पर बहस का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वो कहते हैं कि अविश्वास प्रस्ताव पर बहस इतनी जल्दी क्यों, अगर तैयारी नहीं थी, तो इसको लाया क्यों?

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

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विपक्ष की ओर से लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर बहस का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर जमकर निशाना साधा और कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक को जुमला स्ट्राइक मत कहिए. हम अपने सैनिकों की शहादत का अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे.

विपक्ष पर हमला बोलते हुए मोदी ने कहा, 'आपने सर्जिकल स्ट्राइक को जुमला स्ट्राइक करार दिया. आप जितना चाहो मुझे गाली दे सकते हो, लेकिन जवानों को गाली देना बंद करो. मैं अपने सैनिकों का अपमान बर्दाश्त नहीं कर सकता.'

इससे पहले लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर जारी बहस में हिस्सा लेते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने टीडीपी सांसद गल्ला को संबोधित करते हुए कहा कि आप आज राजनीतिक हथियार के शिकार हैं, जिसे जुमला स्ट्राइक कहा जाता है. उन्होंने कहा कि टीडीपी ही नहीं पूरा देश बीजेपी की इस जुमला स्ट्राइक का शिकार है.

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इस दौरान राहुल गांधी ने कहा कि बीजेपी ने देश को जुमले दिए. पीएम मोदी ने हर साल दो करोड़ युवाओं को रोजगार देने का वादा किया था, लेकिन सिर्फ चार लाख युवाओं को ही रोजगार दिया. चीन 24 घंटे में 50 हजार युवाओं को रोजगार देता है और मोदी सरकार 400 युवाओं को. मोदी कभी कहते हैं कि पकौड़े बनाओ और कभी कहते हैं कि दुकान खोलो. यही बीजेपी का खोखलापन है.

इससे पहले विपक्ष की ओर से लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर बहस का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वो कहते हैं कि अविश्वास प्रस्ताव पर बहस इतनी जल्दी क्यों, अगर तैयारी नहीं थी, तो इसको लाया क्यों?

मोदी ने भाषण की शुरुआत करते हुए कहा कि अध्यक्ष, जिस धैर्य के साथ आपने सदन का संचालन किया है, ये अविश्वास प्रस्ताव एक प्रकार से हमारे लोकतंत्र की महत्वपूर्ण शक्ति का परिचायक है. भले टीडीपी के माध्यम से यह प्रस्ताव आया हो, लेकिन उनके साथ जुड़े हुए कुछ माननीय सदस्यों ने प्रस्ताव का समर्थन करते हुए अपनी बातें कही हैं और एक बहुत बड़े वर्ग ने विरोध करते हुए अपनी बात रखी है.

उन्होंने कहा, 'मैं समझता हूं कि हम सब इस प्रस्ताव को खारिज करें और 30 साल के बाद देश में पूर्ण बहुमत के साथ बनी इस सरकार ने जिस गति से काम किया है, उसमें फिर से एक बार विश्वास प्रकट करें.'

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