‘गार्डियन’ अखबार की खबर के मुताबिक पिछले साल नवंबर में ब्रिसबेन में जी-20 देशों के नेताओं के शिखर सम्मेलन में शरीक होने वाले नेताओं के पासपोर्ट नंबर, वीजा ब्यौरा और अन्य निजी जानकारी ऑस्ट्रेलियाई आव्रजन विभाग के एक कर्मचारी के ईमेल भेजने में हुई गलती के चलते ‘एशियन कप फुटबॉल टूर्नामेंट’ के आयोजकों के पास पहुंच गई.
खबर के मुताबिक मोदी के अलावा, अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल, चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग, जापान के प्रधानमंत्री शिंजो अबे, इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विदोदो और ब्रिटिश प्रधानमंत्री डेविड कैमरन उन नेताओं में शामिल हैं, जिनके बारे में जानकारी सार्वजनिक हो गईं.
सात नवंबर 2014 की घटना के बारे में सूचना देने के लिए और फौरी सलाह मांगने के लिए ऑस्ट्रेलियाई निजता आयुक्त से ऑस्ट्रेलिया के आव्रजन और सीमा सुरक्षा विभाग के निदेशक ने संपर्क किया. हालांकि अखबार ने दावा किया है कि इस घटना के बारे में जी-20 देशों के नेताओं को सूचना देना आवश्यक नहीं समझा गया.
इस घटना के लिए जिम्मेदार कर्मचारी ने गलती से एशियन कप की स्थायी आयोजन समिति के एक सदस्य को निजी जानकारी के साथ ईमेल कर दिया.
अधिकारी ने लिखा है, 'निजी जानकारी जो सार्वजनिक हो गई उनमें 31 अंतरराष्ट्रीय नेताओं (प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और उनके समकक्षों) के नाम, जन्म तिथि, टाइटल, पद, पासपोर्ट नंबर, वीजा नंबर और वीजा उपवर्ग शामिल हैं.' उन्होंने बताया कि इन जानकारी के सार्वजनिक होने का कारण मानवीय गलती है.
- इनपुट भाषा