आगामी लोकसभा चुनाव में बीजेपी की ओर से प्रधानमंत्री पद के संभावित दावेदारों में एक नरेंद्र मोदी ने केरल के शिवगिरि मठ में लोगों को संबोधित किया. मोदी ने टिप्पणी की कि राजनीतिक जीवन में छुआछूत बढ़ता ही जा रहा है.
गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में राजनीतिक छुआछूत को तो पूरी तरह से स्पष्ट नहीं किया, पर समझा जा रहा है कि उनका इशारा सेक्युलरिज्म को लेकर सियासी गलियारों में बीजेपी के लगातार अलग-थलग पड़ने को लेकर था.
नरेंद्र मोदी ने कहा है कि आरएसएस से जुड़ना उनके लिए बड़े सौभाग्य की बात है. उन्होंने कहा कि आरएसएस की वजह से उन्हें कई संस्कार हासिल हुए.
नरेंद्र मोदी ने शिवगिरि मठ के संतों से कहा कि, 'मेरे दिल में आपके लिए बड़ी जगह है. आजादी की लड़ाई में संतों की अहम भूमिका रही है.' उन्होंने कहा कि संतों ने समाज-सुधार की दिशा में बड़े-बड़े काम किए हैं.
नरेंद्र मोदी ने भाषण तो हिंदी में ही दिया, पर स्थानीय लोगों की सुविधा के लिए उनके भाषण को मलयालम में अनुवाद करके साथ-साथ ही सुनाया जा रहा था.
गौरतलब है कि केरल के शिवगिरि मठ का ऐतिहासिक महत्व भी है. इस मठ में महात्मा गांधी और जवाहरलाल नेहरू भी जा चुके हैं.