भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिकी और रूसी राष्ट्रपतियों से भी ज्यादा मांग है. ऑस्ट्रेलिया में होने वाले जी-20 सम्मेलन और आसियान बैठक में जो नेता भाग ले रहे हैं उनमें मोदी की सबसे ज्यादा मांग है. विदेशी नेता उनसे मिलने को बेकरार हैं.
एक आर्थिक अखबार में छपी खबर के मुताबिक दूसरे देशों के कई राष्ट्राध्यक्षों ने उनसे बैठक करने की इच्छा जताई है. अखबार ने विदेश मंत्रालय के सूत्रों के हवाले से बताया कि सम्मेलन के साथ मोदी से मिलने की इच्छा रखने वाले अलग-अलग देश के नेताओं से उनकी मुलाकात और बातचीत के लिए समय दिया जा रहा है. कुछ नेता ऐसे हैं जो दोनों सम्मेलनों में भाग लेंगे, उनकी मोदी के साथ बैठक की व्यवस्था की जा रही है.
पीएम मोदी पहली बार पूर्वी एशिया और जी-20 बैठक में भाग ले रहे हैं इसलिए विदेशी राष्ट्राध्यक्ष उनसे मिलने को उत्सुक हैं. लेकिन इससे भी बड़ी बात यह है कि वह भारत के साथ आर्थिक समझौते करना चाहते हैं. उन्हें लगता है कि मोदी के नेतृत्व में भारत में निवेश करना फायदेमंद रहेगा.
मोदी इस बार जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल और ब्रिटेन के पूर्व पीएम गॉर्डन ब्राउन से भी मिलेंगे. इसके अलावा मोदी फ्रांस, सऊदी अरब, तुर्की, मेक्सिको, अर्जेंटीना और नाइजीरिया के नेताओं से ब्रिसबेन में मिलेंगे. कनाडा के पीएम, दक्षिण करिया के राष्ट्रपति और यूरोपीयन संघ के नेताओं से भी नरेंद्र मोदी की मुलाकात होगी.