प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक देश एक चुनाव के मुद्दे पर सर्वदलीय बैठक बुलाई. जिसको लेकर समाजवादी पार्टी अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा, 'उन्हें उन वादों पर फोकस करना चाहिए जो उन्होंने जनता से किए हैं, हमें उम्मीद है कि वो उनको पूरा करने के लिए काम करेंगे. एक देश एक चुनाव के फैसले पर बहुत-सी पार्टियां सहमत नहीं होंगी.'
बता दें कि अखिलेश यादव इस बैठक में नहीं शामिल हो रहे हैं. समाजवादी पार्टी का मानना है कि ये बैठक बिना किसी एजेंडे के साथ हो रही है.
अखिलेश के अलावा पीएम मोदी की इस बैठक में 14 पार्टियां नहीं पहुंची हैं. एनडीए की सहयोगी रही शिवसेना भी इस बैठक में नहीं पहुंची है. ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक ने एक देश-एक चुनाव का समर्थन किया है, जबकि सीपीएम, समाजवादी पार्टी ने इसका विरोध किया है. मीटिंग में नहीं पहुंचने वाली पार्टियों में कांग्रेस, टीएमसी, टीडीपी, आम आदमी पार्टी, एआईएडीएमके, डीएमके, एसपी, बीएसपी, शिवसेना, आरजेडी, जेडीएस, झारखंड मुक्ति मोर्चा, एआईयूडीएफ और आईयूएमएल शामिल हैं.
देश में लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ कराने को लेकर लंबे समय से बहस हो रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इसका समर्थन किया है. इस मामले पर चुनाव आयोग, नीति आयोग, विधि आयोग और संविधान समीक्षा आयोग बातचीत कर चुके हैं. कुछ ही राजनीतिक पार्टियां इसके पक्ष में हैं. ज्यादातर राजनीतिक दलों ने इसका विरोध किया है.