आईएनएस विक्रमादित्य पर पहुंच चुके हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी. वह नौसेना के इस नए गौरव को आज औपचारिक तौर पर देश की सेवा में समर्पित कर देंगे.
फिलहाल, मोदी नौसेना की ताकत का निरीक्षण कर रहे हैं. नौसेना के अधिकारी उन्हें आईएनएस विक्रमादित्य की खूबियों के बारे में बता रहे हैं.
इससे पहले, नरेंद्र शनिवार सुबह गोवा पहुंचे. वहां पर उन्हें 'गार्ड ऑफ ऑनर' भी दिया गया. इससे बाद उन्होंने हेलिकॉप्टर 'आईएनएस हंस' के जरिए अरब सागर में मौजूद आईएनएस विक्रमादित्य तक का सफर तय किया.
INS विक्रमादित्य पर पहुंचने के बाद मोदी ने मिग 29 विमान का मुआयना किया. वह खुद इस विमान के कॉकपिट में भी बैठे. इस दौरान उन्होंने वहां पर मौजूद सेना के अधिकारियों के इसके बारे में पूछा.
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करीब साढ़े चार घंटे इस युद्धपोत में बिताएंगे. इस दौरान वो आईएनएस विक्रमादित्य के प्रमुख हिस्सों को खुद जाकर देखेंगे. नरेंद्र मोदी आईएनएस विराट, दिल्ली श्रेणी विध्वंसक और तलवार श्रेणी पोत सहित नौसेना की पश्चिमी बेड़े के जहाजों के कौशल देखेंगे.
नरेंद्र मोदी सबसे पहले आईएनएस विक्रमादित्य का दौरा करके शायद ये संदेश दे रहे हों कि उनके लिए देश की सुरक्षा पहली प्राथमिकता है. बेशक नए प्रधानमंत्री के लिए ये चुनौती बेहद अहम है.
सूत्रों ने बताया कि आईएनएस विक्रमादित्य पर अपनी वायु रक्षा प्रणाली नहीं है, इसलिए किसी भी हवाई खतरे से निपटने के लिए तलवार श्रेणी और दिल्ली श्रेणी के विध्वंसक पोत आदि तैनात किए गए हैं.