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JD(U) की हार के बाद नीतीश पर BJP का तंज, 'मोदी आते तो नहीं हारते'

अगर हार से साथ मजबूत हो, तो इसे जीत मानना चाहिए. बिहार में सत्तारूढ़ जेडीयू-बीजेपी के साथ एक मायने में यही हो रहा है. कम से कम बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तरफ से, जो अब तक गठबंधन की मजबूती के सवाल पर मुस्कुरा कर चुप हो जाते थे.

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Rajiv Pratap Rudy
Rajiv Pratap Rudy

अगर हार से साथ मजबूत हो, तो इसे जीत मानना चाहिए. बिहार में सत्तारूढ़ जेडीयू-बीजेपी के साथ एक मायने में यही हो रहा है. कम से कम बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तरफ से, जो अब तक गठबंधन की मजबूती के सवाल पर मुस्कुरा कर चुप हो जाते थे.

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उन्होंने कहा कि गठबंधन मजबूत है और चुनाव में सबने मेहनत की. लेकिन गुजरात में सूपड़ा साफ करने वाली बीजेपी इस मौके पर चुटकी लेने से बाज नहीं आई. पार्टी प्रवक्ता राजीव प्रताप रूडी ने यह तो कहा ही कि बिहार में एक पार्टी नहीं पूरा गठबंधन हारा है. साथ ही यह भी कह दिया कि अगर जीत के लिए जरूरी हो, तो एनडीए शासित दूसरे राज्यों के मुख्यमंत्रियों को भी प्रचार के लिए बुलाना चाहिए. साफ तौर पर रूडी का इशारा मोदी की तरफ था, जिन पर नीतीश ने एकतरफा इंबार्गो लगा रखा है.

उपचुनाव के बाद पहली प्रतिक्रिया देते हुए नीतीश कुमार बोले कि जो जीत गए हैं, उन्हें ज्यादा इतराने की जरूरत नहीं है. नीतीश का इशारा लालू प्रसाद यादव की तरफ था. लालू की पार्टी आरजेडी के कैंडिडेट प्रभुनाथ सिंह ने जेडीयू के पीके शाही को एक लाख 37 हजार वोटों से पटखनी दी. जीत के बाद लालू बोले कि ये नीतीश के अहंकार का अंत है. अब उनका पतन तय है. इस पर नीतीश ने कहा कि आगे और भी चुनाव हैं. इतना खुशी मनाने की जल्दी मत करिए.

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इस हार के बाद जेडीयू और बीजेपी के बीच आरोपों का दौर शुरू हो गया था. काउंटिंग पूरी भी नहीं हुई थी कि एनडीए कैंडिडेट और राज्य के शिक्षा मंत्री शाही ने कह दिया कि बीजेपी का पूरा सपोर्ट नहीं मिला. इस पर राज्य बीजेपी के नेता भी त्योरियां चढ़ाने लगे थे. लेकिन 24 घंटों के भीतर ही नजारा फिर बदल गया. नीतीश ने साफ कहा कि उपचुनाव में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने जमकर मेहनत की. इसके साथ ही उन्होंने गठबंधन की मजबूती पर भी जोर दिया.

उधर दिल्ली में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव ने भी कहा कि एनडीए गठबंधन पूरी तरह स्थायी है और एक आध हार से इस पर कोई असर नहीं पड़ने वाला.

बीजेपी प्रवक्ता राजीव प्रताप रूडी ने भी नीतीश की बात का समर्थन करते हुए कहा कि महाराजगंज सीट पर जेडीयू नहीं एनडीए हारी है. उन्होंने कहा कि हमें अलग-अलग करके नहीं देखा जाना चाहिए. रूडी ने यह भी कहा कि विकास का एजेंडा होने के बावजूद मिली हार चौंकाती है औऱ सोचने के लिए मजबूर भी करती है. अगर जीत के लिए जरूरी हो, तो सभी एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों से परहेज नहीं किया जाना चाहिए.

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